नई दिल्ली/गाजियाबाद : बरसात के मौसम के चलते सब्जी मंडी में सब्जियों के दामों में इजाफा देखने को मिल रहा है. हरी सब्जियों के साथ-साथ टमाटर के दाम भी दोगुने हो गए हैं. बरसात के मौसम में खेतों में पानी भरने और सब्जियों का फूल नष्ट होने के चलते मंडी में सब्जियों की आवक कम हुई है.
पुरानी सब्जी मंडी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रीपाल यादव ने बताया बरसात का मौसम शुरू होने के बाद सब्जियों के रेटों में उछाल आया है. सब्ज़ियों का फूल बारिश में मर जाता है. बरसात से पहले सब्जियों के लिए काफी कम थे लेकिन मौसम खराब होने के बाद सब्जियों के रेट में बढ़ोतरी हुई है. लगभग सभी सब्ज़ियों के रेट में डेढ़ से दोगुना इजाफा देखने को मिल रहा है. सब्जियों पर महंगाई तकरीबन एक महीने तक बरकरार रहेगी. मंडी में टमाटर हिमाचल और बेंगलुरु से आ रहा है.
गाजियाबाद में सब्जी के दामों में इजाफा :
सब्जी के नाम | यूनिट | न्यूनतम दाम | अधिकतम दाम |
बैगन | प्रति किलो | 20 रुपये | 40 रुपये |
खीरा | प्रति किलो | 20 रुपये | 30 रुपये |
गोभी | प्रति किलो | 80 रुपये | 100 रुपये |
टमाटर | प्रति किलो | 20 रुपये | 40 रुपये |
धनिया | प्रति किलो | 50 रुपये | 100 रुपये |
बैगन | प्रति किलो | 45 रुपये | 60 रुपये |
पत्ता गोभी | प्रति किलो | 40 रुपये | 55 रुपये |
कद्दू | प्रति किलो | 20 रुपये | 30 रुपये |
तोरी | प्रति किलो | 20 रुपये | 35 रुपये |
भिंडी | प्रति किलो | 20 रुपये | 40 रुपये |
करेला | प्रति किलो | 40 रुपये | 50 रुपये |
लौकी | प्रति किलो | 20 रुपये | 30 रुपये |
कटहल | प्रति किलो | 40 रुपये | 55 रुपये |
शिमला मिर्च | प्रति किलो | 40 रुपये | 80 रुपये |
नींबू | प्रति किलो | 100 रुपये | 120 रुपये |
अदरक | प्रति किलो | 80 रुपये | 100 रुपये |
लहसून | प्रति किलो | 100 रुपये | 120 रुपये |
अरबी | प्रति किलो | 25 रुपये | 40 रुपये |
यादव ने बताया जून-जुलाई में मौसम बदलता रहता है. कभी तेज़ गर्मी, तो कभी बारिश के चलते मौसम ठंडा हो जाता है. सब्ज़ी का फूल बारिश से मर जाता है. ऐसे में मंडी में सब्जी की आवक कम हो जाती है और सब्जी की आपूर्ति कम हो जाती. जिसकी वजह से रेट में उछाल आ जाता है.