नई दिल्ली/गाजियाबाद: बीते दिनों से लगातार स्मॉग और फॉग की वजह से हो रहे हादसों से निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने हाईवे पर नया प्लान तैयार किया है. इस प्लान के तहत हाईवे पर या आसपास से गुजरने वाले ट्रैक्टरों के अगले और पिछले हिस्से पर रिफ्लेक्टर लगाए जा रहे हैं. ज्यादातर ट्रैक्टरों की हेड लाइट खराब होती है कई बार ट्रैक्टरों में बैकलाइट नहीं होती है, जिससे हाईवे पर या उसके आसपास चलने वाले वाहन अंधेरे या कोहरे में ट्रैक्टर से टकरा जाते हैं और इसका शिकार हो जाते हैं. दुर्घटनाएं. खड़े ट्रैक्टरों में भी कई बार वाहन घुस जाते हैं, जिसके चलते ऐसे ट्रैक्टरों को रोककर पुलिस उन पर रिफ्लेक्टर लगा रही है.
फिलहाल ट्रैफिक पुलिस ने यह मुहिम दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे, और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे के अलावा नेशनल हाईवे 58 के आसपास शुरू की गई है. ट्रैक्टर चालकों को सख्त हिदायत दी गई है, कि वह हर हाल में अपने ट्रैक्टरों के अगले और पिछले हिस्से पर रिफ्लेक्टर का इस्तेमाल करें. जिससे रात के समय अगर पीछे से कोई वाहन तेज गति से आ रहा है, तो उसको ट्रैक्टर के रिफ्लेक्टर से ट्रैक्टर दिखाई दे जाए. जिससे हादसे न हो. ट्रैक्टर चलाने वालों को बताया गया है कि अगर रिफ्लेक्टर का इस्तेमाल नहीं करेंगे तो कार्रवाई भी की जाएगी.
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जब सर्दियों में कोहरा बढ़ता है, तो ट्रैक्टर संचालक ट्रैक्टर को रोड किनारे खड़े कर देते हैं. कई बार रोड के बीच भी ट्रैक्टर खड़े कर दिए जाते हैं. हाईवे या उसके आसपास तेज गति से आ रहे वाहन चालकों को ट्रैक्टर दिखाई नहीं देता है. जिससे ट्रैक्टर में वाहन की टक्कर हो जाती है. जिससे बीते सालों में दर्जनों लोग अपनी जिंदगी गवा चुके हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए ट्रैक्टरों पर रिफ्लेक्टर लगाया जा रहा है. कोहरे में भी रिफ्लेक्टर काफी हद तक विजिबल होता है. इसके अलावा रात को भी यह बेहतर कार्य करता है. ट्रैफिक पुलिस की इस पहल की सभी जगह सराहना हो रही है.