नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में प्रदूषण कहर बरपा रहा है. हवा में घुल रहे प्रदूषण के ज़हर से गाज़ियाबाद की सेहत बिगड़ रही है. हवा में घुल रहे प्रदूषण स्तर के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. आज गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 270 है. हालांकि मौजूदा समय में गाज़ियाबाद का AQI खराब श्रेणी में बरकरार है. गाजियाबाद के लोनी और वसुंधरा इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें, तो यहां का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जनपद में सबसे अधिक है. लोनी का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 347 दर्ज किया गया है. जबकि वसुंधरा का AQI 302 दर्ज किया गया है. दोनों इलाकों का प्रदूषण स्तर रेड जोन में बना हुआ है.
गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर एक नजर
इलाका | AQI |
इंदिरापुरम | 207 |
वसुंधरा | 302 |
संजय नगर | 222 |
लोनी | 347 |
एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. वहीं 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को गंभीर और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.
विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
बरतें सावधानी
• बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह और शाम को न टहलें.
• घर से मास्क लगाकर ही बाहर जाएं.
• दमे रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें.
• दमे के रोगी दवा नियमित समय पर लें.
• शाम को गर्म पानी की भाप लें.
• गले में खराश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें.
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