गाजियाबाद: एक ठेकेदार से दुजाना गैंग के नाम पर 20 लाख की रंगदारी मांगी गई, जिसके बाद हड़कंप मच गया. मामले की शिकायत पुलिस को मिली और पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी, मगर जब रंगदारी मांगने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की गई तो पुलिस भी हैरान रह गई, क्योंकि रंगदारी मांगने वाला कोई और नहीं बल्कि ठेकेदार का भांजा और उसके दोस्त ही थे. आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है.
मामला गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र के लाल कुआं इलाके का है जहां बीते कुछ दिनों से सलाउद्दीन नाम के ठेकेदार से फोन पर रंगदारी मांगी जा रही थी. रंगदारी मांगने वाला खुद को दुजाना गैंग से बता रहा था. जिस सिम से फोन आ रहा था उसको पुलिस ने ट्रेस किया और आखिरकार पुलिस आरोपी तक पहुंच गई. फर्जी कागजातों के जरिए यह सिम कार्ड लिया गया था, लेकिन जब आरोपी पकड़ा गया तो पुलिस हैरान रह गई क्योंकि आरोपी कोई और नहीं बल्कि सलाउद्दीन के भांजे आसिफ और उसका दोस्त अरुण था. पुलिस ने दोनोे को गिरफ्तार कर लिया, दोनों ने सलाउद्दीन से रंगदारी मांगने की योजना बनाई थी. उन्हें पता था कि सलाउद्दीन ठेकेदार है और उनके पास 20 लाख रुपए मौजूद होंगें. बताया जा रहा है कि सलाउद्दीन का भांजा आसिफ जल्द अमीर बनना चाहता था और इसके लिए उसने अपने मामा को ही टारगेट किया.
दरअसल लालकुआं इलाका दादरी के पास का इलाका है और ग्रेटर नोएडा दादरी आदि में दुजाना गैंग काफी सक्रिय रहा है. आसिफ को लगा कि वह अपने मामा को दुजाना गैंग के नाम पर डरा देगा, लेकिन उसकी चाल कामयाब नहीं हो पाई और वह पकड़ा गया. जिसने भी इस वारदात के बारे में सुना है वह हैरान है क्योंकि एक भांजे ने अमीर बनने के लिए अपने ही मामा को शिकार बनाने की कोशिश की. उसके मामा का परिवार कई दिनों तक डरा हुआ था कि कहीं कोई वारदात ना हो जाए. पुलिस मामले में बाकी के तथ्यों की भी जांच पड़ताल कर रही है. आरोपी से वह मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है जिसमें फर्जी एड्रेस पर लिए गए सिम कार्ड से रंगदारी के लिए फोन कॉल किया गया था.
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