नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी से सटे गाजियाबाद में एनएचएआई द्वारा दिल्ली मेरठ हाईवे और एनसीआरटीसी द्वारा रैपिड रेल मेट्रो का कार्य कराया जा रहा है. दोनों परियोजनाओं का निर्माण कार्य चल रहा है.
ऐसे में निर्माण कार्य के दौरान धूल उत्पन्न होती है. जिसको मद्देनजर रखते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्र अधिकारी द्वारा दोनों परिजनों से उत्पन्न होने वाली डस्ट को लेकर कार्रवाई की गई है और डस्ट को नियंत्रित करने के लिए परियोजनाओं के अधिकारियों को निर्देश दिए गए है.
बैठकों का दौर जारी
बता दें कि गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में बढ़ते प्रदूषण स्तर को नियंत्रित करने के लिए जिला मुख्यालय में बैठकों का दौर जारी है. वायु प्रदूषण की समस्या का समाधान के लिए जिलाधिकारी एवं क्षेत्रीय अधिकारी उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, एनएचएआई, एनसीआरटीसी के अधिकारियों के साथ जिला मुख्यालय में बैठक की गई. बैठक में दोनों परियोजनाओं को प्रदूषण के कारकों पर प्रभावी नियंत्रण करने के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं.
बैठक के बाद जिलाधिकारी और क्षेत्रीय अधिकारी उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा संजय नगर का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान संजय नगर की कच्ची सड़कों और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण के नियंत्रण के लिए नगर निगम, फायर विभाग, पुलिस प्रशासन एवं विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
प्रदूषण नियंत्रण चौकी स्थापित किए जाने के निर्देश
संजय नगर पेट्रोल पंप के पास खड़ी बसों से प्रदूषण बढ़ रहा है. जिसके नियंत्रण के लिए संजय नगर बस स्टैंड के पास प्रदूषण नियंत्रण चौकी स्थापित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. जिसमें राजस्व विभाग के एक लेखपाल, पुलिस विभाग के हेड कांस्टेबल व नगर निगम का एक कर्मचारी की तैनाती की जाएगी एवं पानी के छिड़काव के लिए वाहन भी 24 घंटे उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.