नई दिल्ली/गाजियाबादः जनपद गाजियाबाद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने सभी लैब संचालकों के साथ एक बैठक की. लैब संचालकों को कोविड से बचाव के लिए आवश्यक दवाइयों के नेटवर्क से जोड़ा गया है. नोडल अधिकारी के सुझाव पर ये निर्णय लिया गया है. लैब संचालकों द्वारा अब सैंपल लिए जाते ही कोविड लक्षण वाले पेशेंट को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाएगी. कोरोना के संदिग्ध मरीजों को ये किट निःशुल्क दी जाएगी, जिससे लक्षण वाले मरीजों को शुरुआती उपचार का लाभ मिल पाए. होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को मेडिकल किट और जरूरी दवाइयां भी घर पर उपलब्ध कराई जाएंगी. इस सेवा को आज हरी झंडी दिखाई गई.
मरीजों को मिलेगी बड़ी राहत
अब तक लैब में टेस्ट करवाने के बाद मरीजों को तब तक उपचार नहीं मिल पाता था, जब तक कोरोना की पुष्टि ना हो जाए. ऐसे में कई बार केस बिगड़ने के मामले सामने आ रहे थे. लैब संचालकों के साथ हुई मीटिंग के बाद नए फैसले से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. लक्षण वाले मरीजों को तुरंत उपचार मिलने से उनकी बीमारी और नहीं बढ़ेगी और उसे काबू में किया जा सकेगा. कई बार रिपोर्ट आने में 48 घंटे या उससे भी ज्यादा लग जाते हैं. इस दौरान मरीजों की परेशानी बढ़ रही थी.
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डिलीवरी टीम पहुंचाएगी घर तक मेडिसिन
मेडिकल किट और मेडिसिन को होम आइसोलेशन वाले मरीजों तक पहुंचाने के लिए डिलीवरी टीम काफी कारगर साबित होगी. जल्द उपचार और घर पर उपचार होने से अस्पताल में बेड की रिक्वायरमेंट भी नहीं बढ़ेगी. कुल मिलाकर आज का दिन काफी महत्वपूर्ण इन दो निर्णयों की वजह से रहा, जिससे कोरोना पर जंग जीतने में काफी मदद मिल पाएगी.