नई दिल्ली/गाज़ियाबादः कोरोना की दूसरी (Corona Second Wave) लहर के दौरान कई बच्चों ने माता-पिता व आय अर्जित करने वाले अभिभावकों को खो दिया है. प्रशासन द्वारा ऐसे 132 बच्चों को चिह्नित किया गया है. इन बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है.
मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल (Chief Development Officer Asmita Lal) ने बताया कि गाज़ियाबाद में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (Chief Minister Child Service Scheme) के अंतर्गत 132 बच्चों को चिह्नित किया गया है. प्रत्येक बच्चे का प्रोफ़ाइल तैयार किया गया है.
मुख्य विकास अधिकारी और अन्य अधिकारी द्वारा बच्चों के घर जाकर, उनसे बातचीत कर, उनकी जरूरतों के बारे में जानकारी इकट्ठी की जा रही है. बच्चों की शार्ट टर्म (Short Term) और लांग टर्म (Long Term) ज़रूरतों का आकलन किया गया है. उन्होंने बताया ऐसे बच्चे जिनको दवाई, राशन आदि की आवश्यकता थी, उनके लिए व्यवस्था कराई गई है. कई ऐसे बच्चे भी थे, जिनके घर का टैक्स लंबे समय से जमा नहीं हुआ था. ऐसे में, उनका हाउस टैक्स भी माफ कराया गया है. जो बच्चे निजी स्कूलों में पढ़ रहे हैं, उनकी फीस माफ कराई गई है. वहीं, कई निजी स्कूलों ने आगे आकर बच्चों को, जेब खर्च देने की भी बात कही है.
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि बच्चों की ग्रीफ काउंसलिंग (Grief Counseling) राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (National Mental Health Program) और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ( United Nations Children’s Fund) द्वारा कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि 58 महिलाएं चिह्नित की गई हैं, जिनके पति की कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मृत्यु हो गई थी. उनके रोज़गार के लिए भी विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं. स्किल मैपिंग (Skill Mapping) कर, बायोडाटा (Resume) तैयार कराया जा रहा है. आने वाले रोज़गार मेलों में, महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की पूरी कोशिश की जाएगी.
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