नई दिल्ली/गाजियाबाद: मौसम का बदलते मिजाज़ के साथ-साथ गाजियाबाद की हवा का मिजाज भी बदलना शुरू हो गया है. दिल्ली-एनसीआर से सटे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं. जिसकी वजह से प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. गाजियाबाद पर भी प्रदूषण का साया मंडरा रहा है, यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स अत्यंत खराब श्रेणी में पहुंच गया है.
गाज़ियाबाद | 385 |
दिल्ली | 368 |
ग्रेटर नोएडा | 386 |
नोएडा | 391 |
गुरूग्राम | 287 |
गाजियाबाद के लोनी इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें तो यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स जनपद में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. लोनी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 414 दर्ज किया गया है. जो कि गंभीर श्रेणी में है.
एक नजर गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर:
इंदिरापुरम | 380 |
वसुंधरा | 375 |
संजय नगर | 370 |
लोनी | 414 |
मौसम विभाग का अनुमान
विशेषज्ञों की माने तो दिल्ली एनसीआर में आने वाले समय में एयर क्वालिटी इंडेक्स में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकता है. विजय कई सालों से देखने को मिला है कि अक्टूबर का महीना शुरू होते ही दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण पहला जमाना शुरू कर देता है.
AQI से जाने प्रदूषण का स्तर
एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे अच्छी श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को संतोषजनक, 101-200 को मध्यम, 201-300 को खराब, 301-400 को अत्यंत खराब, 400-500 को गंभीर और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को बेहद गंभीर माना जाता है.