नई दिल्ली/गाजियाबाद: ईटीवी भारत को छोटा हरिद्वार मंदिर के महंत मुकेश गोस्वामी ने बताया कि साफ-सफाई के लिए गंगनहर को 1 माह के लिए बंद रखा गया था, लेकिन साफ सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है.
सफाई के नाम पर खानापूर्ति की जाती है
तकरीबन 1 महीने बाद हरिद्वार से गंग नगर में पानी छोड़ा दिया गया है. क्योंकि हर साल शेड्यूल के अनुसार साफ सफाई के लिए गंग नहर को सिंचाई विभाग द्वारा एक माह के लिए बंद कर दिया जाता है, लेकिन अब वहीं दूसरी ओर छोटा हरिद्वार का नहर के मंहत मुकेश गोस्वामी का कहना है कि हर साल साफ सफाई के नाम पर गंग नहर को बंद कर दिया जाता है, लेकिन साफ सफाई के नाम पर खानापूर्ति की जाती है.
![Cleanliness is not done in the name of cleaning the Ganga Canal](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/del-ncr-gzb-02-accused-of-not-being-clean-story-dlc10026_18112020165121_1811f_1605698481_475.jpg)
एक महीने बाद गंगाजल में खुशी का माहौल
ईटीवी भारत को छोटा हरिद्वार गंग नहर के महंत मुकेश गोस्वामी ने बताया कि गंग नहर में एक महीने बाद गंगाजल के शुरू होने से उनमें खुशी का माहौल है. लेकिन गंग नहर की साफ सफाई ना होने से उनमें नाराजगी है. क्योंकि हर साल साफ सफाई के लिए गंग नहर को 1 माह तक के लिए बंद रखा जाता है. लेकिन साफ सफाई के नाम पर महज खानापूर्ति की जाती है.
गंग नहर पर सुविधाओं का अभाव
महंत मुकेश गोस्वामी का कहना है कि गंग नहर पर मंदिर समिति से जुड़े लोगों के साथ सामाजिक संस्थाएं आकर साफ सफाई करती हैं. लेकिन प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार की साफ सफाई नहीं की जाती है. गंगनहर की साफ-सफाई को लेकर वह कई बार प्रशासन को पत्र भी लिख चुके हैं. इसके बावजूद गंगनहर पर स्ट्रीट लाइटें, पीने के पानी और साफ सफाई की व्यवस्था नहीं की जाती है.