नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर एक समान मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने निर्माणाधीन एक्सप्रेस वे पर काम रोकते हुए अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है. इसी को लेकर आज महिलाओं ने वहां खाना बनाते हुए गाना बजाना किया है.
एक समान मुआवजे की मांग
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पर एक समान मुआवजे की मांग को लेकर किसान काफी लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं. अभी बीते दिनों पहले एक समान मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने मेरठ के सैदपुर गांव से गाजियाबाद कलेक्ट्रेट के लिए पद यात्रा भी निकाली थी. गाजियाबाद की गोविंदपुरम अनाज मंडी में किसानों और प्रशासन के बीच वार्ता हुई थी. जहां पर किसानों ने गाजियाबाद प्रशासन के अधिकारियों से जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे का काम रोकने की बात कही थी. इसी को लेकर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर किसानों ने अपना डेरा डाल लिया है, और आज वहां पर किसानों की माता-बहनों ने खाना बनाकर वहां मौजूद किसानों को खिलाया और भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत भजन कीर्तन का आयोजन भी किया.
महिलाओं ने आज किसानों के लिए खाना बनाया
ईटीवी भारत को पूर्व जिला पंचायत सदस्य बबली गुर्जर ने बताया कि दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर एक समान मुआवजे की मांग को लेकर उनका पिछले 14 महीनों से धरना चल रहा है. इसी को लेकर उन्होंने अब अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया गया है. आज धरने के दूसरे दिन दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर महिलाएं उनका साथ दे रही हैं. वहीं महिलाओं ने आज किसानों के लिए खाना बनाया. दूसरी तरफ गाजियाबाद से आई महिलाओं की मंडली गाना बजाना कर रही हैं.
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर किसानों का अनिश्चितकालीन धरना शुरू
पूर्व जिला पंचायत सदस्य बबली गुर्जर ने बताया कि वह एक समान मुआवजे की मांग को लेकर पिछले 14 महीनों से आंदोलन कर रहे हैं. गाजियाबाद के ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर भी एनएचएआई और गाजियाबाद प्रशासन ने एक समान मुआवजा देने का काम किया है. लेकिन उनके यहां अधिकारियों ने 3 गांवों में अलग-अलग रेटों पर मुआवजा देने का काम किया है, इसलिए अब वह धरने के अंतिम चरण पर हैं.
मुआवजा मिलने तक बंद रखेंगे काम
बबली गुर्जर ने बताया कि 2 दिन पूर्व बुधवार को गाजियाबाद गोविंदपुरम की अनाज मंडी में गाजियाबाद प्रशासन के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में प्रशासन ने किसानों से 8 दिन का समय मांगा था. जिस पर उन्होंने उनको 10 दिन का समय दिया था. जिसमें किसानों ने तय किया था कि वह 10 दिनों तक हाईवे का काम प्रतिबंधित रखेंगे. इसी को लेकर उन्होंने 3 दिनों से दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे का काम बंद किया हुआ है. किसानों का कहना है की हम यहां पर किसी भी कीमत पर काम नहीं होने देंगे. आज यहां पर महिलाएं इकट्ठा हुई है. वह कल यहां पर अपने पालतू पशुओं को भी बांधने का भी निर्णय ले सकते हैं.