नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली के बॉर्डर पर सुगबुगाहट है कि किसान आंदोलन खत्म हो सकता है, लेकिन क्या ये सच है इसकी पड़ताल करने गाजीपुर बॉर्डर पहुंची ईटीवी भारत की टीम. जहां किसानों से उनकी राय जानी, उनका कहना है कि सरकार की तरफ से शादी का न्योता दे दिया गया है, मगर बात नहीं की है. आइए जानते हैं बाकी के किसानों ने क्या कुछ कहा. क्या वाकई आंदोलन खत्म होने की कगार पर आ गया है या नहीं.
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का कहना है कि संयुक्त किसान मोर्चा लगातार अपनी मीटिंग कर रहा है. मगर सरकार हमसे बात नहीं कर रही है. सरकार सिर्फ चिट्ठी पत्रों से बात कर रही है. चिट्ठी पत्रों से समझौते नहीं होते. समझौते बैठकर होते हैं. कुछ सरकार गुंजाइश करेगी, कुछ हम गुंजाइश करेंगे. तभी आंदोलन खत्म हो पाएगा. उनसे पूछा गया कि क्या आज कोई निष्कर्ष वाली खबर आएगी तो उन्होंने कहा सरकार चाहेगी तो पांच मिनट में आंदोलन खत्म हो जाएगा.
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किसानों का कहना है कि सरकार ने किसानों पर तीन बिल थोप दिए गए थे, जिन्हें वापस तो ले लिया गया है, मगर बाकी के दुख अभी खत्म नहीं हुए हैं. हमारे 700 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है, एक तक किसानों को धूप, सर्दी, बारिश में तपस्या करनी पड़ी और अब हमसे पूछा जा रहा है कि हम वापस क्यों नहीं जा रहे हैं. उनका कहना है कि हम ऐसे ही वापस नहीं चले जाएंगे. जबतक की हमारी बाकी की मांगे पूरी नहीं होंगी.
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