नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी से सटे गाजियाबाद के महरौली गांव के किसानों ने कविनगर थाने का घेराव कर दिया. थाने के बाहर किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया. किसान यहां मुआवजे की मांग को लेकर पहुंचे थे.
दरअसल, बीते दिन किसानों ने दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम रुकवा दिया था. किसानों का आरोप है, कि कुछ किसानों को बिना मुआवजा दिए उनकी जमीन पर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम शुरू करवा दिया गया है, जिसका वे विरोध करते हैं. पुलिस ने किसानों को समझाया है कि वे इस विषय में जिला प्रशासन से बात करें. क्योंकि मुआवजे का मामला पुलिस के अधीन नहीं आता है. हालांकि समझाने के बावजूद किसान थाने के बाहर धरने पर बैठ गए हैं. किसानों का आरोप है कि उनके चार साथियों को हिरासत में लिया गया है, जिन्होंने कल हंगामा किया था.
जेसीबी के आगे लेट गई थी महिलाएं
बता दें कि कल भी किसानों ने दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर ज्यादा प्रदर्शन किया था. जैसे ही नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम जेसीबी मशीन लेकर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम करने पहुंची, वैसे ही जेसीबी मशीन के आगे महिलाएं लेट गई थी, उसके बाद काम रुक गया था. वहीं पुलिस और प्रशासन की टीम को मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाना पड़ा था, लेकिन किसान अपनी बात पर अड़े हुए थे. किसानों से जब पूछा गया कि वह देश के प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट का काम क्यों नहीं पूरा होने दे रहे हैं, तो उनका कहना था कि जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा, तब-तक काम नहीं शुरू होने दिया जाएगा, वह प्रधानमंत्री से भी इस मामले की गुहार कर रहे हैं.
वीकेंड लॉकडाउन में धरने से पुलिस परेशान
बता दें कि यूपी में रविवार का दिन वीकेंड लॉकडाउन का होता है और उस दिन लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जाती है, लेकिन किसान काफी संख्या में थाने पर पहुंच गए तो, पुलिस की परेशानी बढ़ गई. पुलिस ने किसानों को चेताया है कि किसी भी तरह के धरने प्रदर्शन की इजाजत नहीं है. इसलिए ऐसी कोई भी हरकत ना करें, जिससे पुलिस को उन पर कार्रवाई करनी पड़े. साथ ही आश्वासन भी दिया है कि जो भी उनकी मांग है, उसे अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा.