नई दिल्ली/गाजियाबाद: कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर गाजीपुर बॉर्डर समेत राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को आठ महीने पूरे हो चुके हैं. किसान आंदोलन को तेज करने के लिए किसान नेता तमाम कवायद कर रहे हैं. दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान नेताओं द्वारा किसान संसद चलाई जा रही है.
यूपी में चुनाव नजदीक आ रहे हैं. ऐसे में जहां एक तरफ तमाम राजनैतिक पार्टियां चुनावी रणनीति तैयार कर रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ किसान नेता भी "मिशन यूपी" को अमलीजामा पहनाने में जुटे हुए हैं.
मिशन बंगाल की तर्ज पर अब किसान नेता मिशन यूपी की रणनीति तैयार करने में जुटे हुए हैं. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से आज दोपहर तीन बजे किसान नेता राकेश टिकैत, दर्शन पाल और योगेंद्र यादव समेत प्रमुख किसान नेता मिशन यूपी का आगाज़ करेंगे. जानकारी के मुताबिक किसान नेताओं द्वारा लखनऊ प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता कर मिशन यूपी की घोषणा की जाएगी.
ये भी पढ़ें- किसान संसद का तीसरा दिन, महिलाएं संभाल रहीं मंच का संचालन
बंगाल चुनाव के दौरान देखने को मिला था कि किसान नेताओं ने भाजपा के खिलाफ प्रचार किया था. संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान नेताओं ने बंगाल में महापंचायत कर भाजपा को वोट ना देने की अपील की थी.