नई दिल्ली/गाजियाबाद: लोनी नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष, तत्कालीन अधिशासी अधिकारी और लिपिक के खिलाफ करोड़ों रुपयों के घोटाले से संबंधित फाइलों को आपराधिक षडयंत्र रचकर गायब करने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. यह रिपोर्ट नगर पालिका परिषद, लोनी की अधिशासी अधिकारी ने लोनी कोतवाली में कराई है. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
लोनी से बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपने लोनी विधानसभा क्षेत्र में नगर पालिका में हुए घोटाले की आवाज जब विधानसभा में उठाई तो उसका असर गाजियाबाद में देखने को मिला है. गाजियाबाद लोनी थाने में पूर्व अधिशासी अभियंता, चेयरमैन और तैनात लिपिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
आरोप है की नगर पालिका लोनी में कई सौ करोड़ रुपये का घोटाला कर विकास कार्यों को रोक दिया गया है. लोनी की वर्तमान अधिशासी अभियंता शालनी गुप्ता की शिकायत पर लोनी थाने में यह मुकदमा दर्ज हुआ है.
लोनी पुलिस ने आईपीसी की धारा 409, 120 बी 204 और 187 की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. शिकायत के अनुसार भ्रष्टाचार, घोटाले और सबूतों की मिटाने की कोशिश को लेकर मामला दर्ज किया गया है. सूत्रों के मुताबिक यह घोटाला 300 करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है. बरहाल पुलिस ने उस समय तैनात अधिकारी और नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिस समय का यह मामला बताया जा रहा है उस समय मनोज धामा नगर पालिका अध्यक्ष से और डीके सिंह अधिशासी अभियंता का कार्य देख रहे थे.