नई दिल्ली/गाजियाबाद : गाजियाबाद की कविनगर रामलीला (Ghaziabad Kavinagar Ramleela) हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश कर रही है. बुलंदशहर के गुलावठी से आए मुस्लिम कारीगर इस रामलीला मैदान में रावण और उसके कुनबे के पुतले तैयार करने में जुटे हुए हैं. दशहरा के लिए यहां इस बार रावण का 80 फीट का पुतला तैयार किया गया है, जो बटन दबने के साथ ही धू-धूकर जल उठेगा.
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बुलंदशहर के गुलावठी के रहने वाले आदिल बताते हैं कि वह तकरीबन 12 वर्षों से रावण आदि के पुतले बनाने का काम कर रहे हैं, जबकि उनके परिवार की तीन पीढ़ियां इस व्यवसाय से जुड़ी हुई हैं. उनके दादा और पिता भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के लिए रावण आदि के पुतले बनाने का काम करते आ रहे हैं. आदिल अपने साथियों के साथ 80 फीट लंबा रावण का विशालकाय पुतला बनाने में लगे हुए हैं. रावण और उसके कुनबे के पुतले अलग-अलग चरणों में तैयार किए जा रहे हैं. 12 कारीगर करीब एक महीने से लगातार पुतला तैयार करने में लगे हैं. वे रावण, कुंभकरण और मेघनाथ को पुतलों को बनाने में बांस, रद्दी के साथ सुतली समेत अन्य सामान का इस्तेमाल कर रहे हैं.