नई दिल्ली/गाजियाबादः हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है और पूरी दुनिया में संदेश दिया जाता है कि हमें हर हाल में पर्यावरण की रक्षा करनी है. दुनिया में पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 1972 को मनाया गया था.
विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का मकसद लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है, जिससे कि वह अधिक से अधिक संख्या में पेड़ पौधे-लगाएं.
ऐसे ही एक मुरादनगर निवासी पर्यावरण प्रेमी शिव कुमार है, जोकि काफी वर्षों से वेस्ट सामग्री में पेड़-पौधे लगाकर लोगों को पर्यावरण बचाने का संदेश दे रहे हैं. शिवकुमार का कहना है कि वह अपने प्रियजनों को उपहार स्वरूप में पेड़-पौधे ही लेते और देते हैं. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने पर्यावरण प्रेमी से की खास बातचीत की.
'वेस्टेज सामग्री का हो सही उपयोग'
ईटीवी भारत को पर्यावरण प्रेमी शिव कुमार ने बताया कि अगर वेस्टेज सामग्री को सही उपयोग में ले लिया जाए तो, उनकी गुणवत्ता बढ़ जाती है. जैसे कि नारियल पानी पीने के बाद लोग ऐसे ही उसको सड़कों पर फेंक देते हैं, जिससे दुर्घटना होने का भी अंदेशा बना रहता है. इसीलिए उन्होंने नारियल में पौधे लगाने का काम किया है. जोकि खूबसूरत होने के साथ लंबे समय तक टिका रहता है.
इसके साथ ही उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस पर सभी देशवासियों से अपील करते हुए कहा है कि वह भी अपने घर में पेड़ पौधे लगाएं, जिससे हमारे देश का वातावरण शुद्ध रहेगा और देश में बीमारियां भी कम होगी, इसीलिए सभी देशवासी ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाएं.