नई दिल्ली/गाजियाबाद: मुख्य अभियंता कार्यालय पर प्रोविडेंट फंड (PF) घोटाले के विरोध में बिजली कर्मचारियों ने विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले मंगलवार को जिला बिजली कार्यालय पर प्रदर्शन किया. साथ ही पकोड़े का स्टॉल लगाकर पकौड़े बेचे.
भविष्य निधि (पीएफ) घोटाले को लेकर उत्तर प्रदेश के करीब 35,000 कर्मचारी सोमवार से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सभी जनपदों के बिजली कार्यालय पर बिजली कर्मचारी सोमवार से हड़ताल पर बैठे हैं.
पकोड़े बेचकर विरोध दर्ज किया
प्रोविडेंट फंड में हुए घोटाले को लेकर गाजियाबाद में बिजली कर्मचारी 48 घंटे के कार्य बहिष्कार पर बैठे हुए हैं. मंगलवार को कर्मचारियों द्वारा प्रदेश सरकार के विरोध में हवन पूजन का आयोजन भी किया गया, जिसमें सरकार को सद्बुद्धि आने की बात कही गई. कर्मचारियों द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा का पोस्टर आगे लगाया गया. इसके साथ ही कर्मचारियों ने मुख्य कार्यालय के बाहर स्टॉल लगाकर पकोड़े बेचकर अपना विरोध दर्ज कराया.
लोगों को हो रही है परेशानी
कर्मचारियों का साफ कहना है कि सरकार उनकी मांगों को सुनें नहीं तो प्रदर्शन इसी तरह जारी रहेगा. कर्मचारियों द्वारा सभी बिजली कार्यालयों को बंद कर दिया गया है, जिसकी वजह से आम जनता को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जो लोग बिजली भुगतान करने के लिए बिजली कार्यालय पहुंच रहे हैं, उनको भी खाली हाथ वापस लौटना पड़ रहा है.
ये हैं प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगें:
- जीपीएस और सीपीएफ के भुगतान का उत्तरदायित्व सरकार ले और उसका गजट नोटिफिकेशन जारी करें.
- घोटाले के दोषी अधिकारियों को बर्खास्त कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए.
- जीपीएफ और सीपीएफ निवेश के संबंध में सरकार श्वेत पत्र जारी करें.