नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना वायरस जहां मानव जाति के लिए अभिशाप लेकर आया है, वहीं प्रकृति के लिए वरदान नदी, हवा, पानी अचानक सब पहले जैसा होने लगे हैं. इसी बीच गाजियाबाद की हवा भी पहले जैसी स्वच्छ हो रही है. 2019 में जारी हुई विश्व एयर क्वालिटी रिपोर्ट में गाजियाबाद को विश्व का सबसे प्रदूषित शहर बताया गया था.
गाजियाबाद: लॉकडाउन से लोगों को हो रही समस्या, पर्यावरण हो रहा साफ
पूरे देश में लॉकडाउन लागू क्या हुआ मानो उससे प्रकृति की रंगत वापस पहले जैसी हो गई. कुछ ऐसा ही गाजियाबाद की हवा को हुआ, जो पहले जैसी स्वच्छ हो रही है. बता दें कि 2019 में जारी हुई विश्व एयर क्वालिटी रिपोर्ट में गाजियाबाद को विश्व का सबसे प्रदूषित शहर बताया गया था.
लॉकडाउन के कारण गाजियाबाद की हवा हुई स्वच्छ
नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना वायरस जहां मानव जाति के लिए अभिशाप लेकर आया है, वहीं प्रकृति के लिए वरदान नदी, हवा, पानी अचानक सब पहले जैसा होने लगे हैं. इसी बीच गाजियाबाद की हवा भी पहले जैसी स्वच्छ हो रही है. 2019 में जारी हुई विश्व एयर क्वालिटी रिपोर्ट में गाजियाबाद को विश्व का सबसे प्रदूषित शहर बताया गया था.
लॉकडाउन के चलते लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन कोरोना वायरस को हराने के लिए लगाया गया यह लॉकडाउन प्रकृति के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं हो रहा है. लॉकडाउन के चलते विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों की वायु भी स्वच्छ हो रही है.
हाल ही में जारी हुई वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट में दावा किया गया था कि वर्ष 2019 में गाजियाबाद विश्व का सबसे प्रदूषित शहर रहा है. लॉकडाउन के दौरान गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर में भी काफी सुधार हुआ है.
लॉकडाउन के चलते प्रदूषण स्तर में आई गिरावट लोगों के स्वास्थ्य के लिए एक अच्छा संकेत है. खास बात यह है कि पहले जहां शहर के शोर में पक्षियों की सुरीली आवाज गुम सी हो गई थी, अब वही पक्षियों की मधुर आवाज फिर सुनाई देने लगी हैं.
लॉकडाउन के चलते लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन कोरोना वायरस को हराने के लिए लगाया गया यह लॉकडाउन प्रकृति के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं हो रहा है. लॉकडाउन के चलते विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों की वायु भी स्वच्छ हो रही है.
हाल ही में जारी हुई वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट में दावा किया गया था कि वर्ष 2019 में गाजियाबाद विश्व का सबसे प्रदूषित शहर रहा है. लॉकडाउन के दौरान गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर में भी काफी सुधार हुआ है.
लॉकडाउन के चलते प्रदूषण स्तर में आई गिरावट लोगों के स्वास्थ्य के लिए एक अच्छा संकेत है. खास बात यह है कि पहले जहां शहर के शोर में पक्षियों की सुरीली आवाज गुम सी हो गई थी, अब वही पक्षियों की मधुर आवाज फिर सुनाई देने लगी हैं.