गाजियाबाद: एनसीआर में गर्मी से बचाने के नाम पर जो वाटर पार्क चलाए जाते हैं, उनमें किस तरह से पानी को इस्तेमाल करने के लिए नियमों को ताक पर रखा जाता है, इसका उदाहरण एक बार फिर गाजियाबाद में सामने आया है. गाजियाबाद के जाने-माने ड्रिजलिंग लैंड वॉटर पार्क (Drizzling Land Water Park) में अवैध रूप से भूजल दोहन (Illegal Groundwater Exploitation) हो रहा था. इसकी शिकायत अधिकारियों से की गई थी. उस समय प्रशासन की एक जांच के बाद आज उस बोरवेल को सील कर दिया गया था. इस वाटर पार्क में नियमों को ताक पर रखकर पानी छोड़ा जा रहा था.
दरअसल, एनसीआर के गाजियाबाद के दुहाई के पास ड्रिजलिंग लैंड नाम का वॉटर पार्क है, यहां पर दूर-दूर से लोग इंजॉय करने के लिए पहुंचते हैं. वाटर पार्क में जैसा कि सब जानते हैं, कि काफी ज्यादा पानी की जरूरत पड़ती है और इसके लिए कुछ नियम कानून भी बनाए गए हैं. इन नियमों को मानने के लिए प्रशासन से एनओसी लेनी पड़ती है. लेकिन प्रशासन को जानकारी मिली थी कि ड्रिजलिंग लैंड में ग्राउंड वाटर को अवैध तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके लिए एक बोरवेल बनाया गया है. उस बोरवेल से भूजल दोहन हो रहा है. इसकी एनओसी भी नहीं ली गई है.
इस मामले में कुछ समय पहले सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने इस मामले में जांच शुरू की थी. प्रशासन ने इसके लिए बकायदा निर्देश दिए थे तो एसडीएम सदर की निगरानी में जांच हुई थी. इसके बाद कार्यवाही की गई है.
इसे भी पढ़ें : स्पेशल: नोएडा में नार्थ इंडिया का सबसे बड़ा वॉटर पार्क
ड्रिजलिंग लैंड वॉटर पार्क में दूर-दूर से टूरिस्ट आते हैं. आज यहां पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ पॉलूशन कंट्रोल डिपार्टमेंट (Pollution Control Department)और इंडस्ट्रियल डिपार्टमेंट के क्षेत्रीय अधिकारी भी पहुंचे तो उस बोरवेल को सील कर दिया गया. यह बिना एनओसी के यहां पर चलाया जा रहा था. इससे भारी मात्रा में भूजल दोहन करके पानी का इस्तेमाल वाटर पार्क में किया जा रहा था. वाटर पार्क पर उठे इन सवालों के बाद नए सवाल खड़े हो गए हैं, कि क्या यह वाटर पार्क नियमों की अनदेखी कर रहे हैं ? क्या बिना सरकारी नियम पूरे किए टूरिस्ट्स को इन जगहों पर इन्वाइट किया जा रहा है ?
ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप