नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिले में जगह-जगह मानसून से पहले नगर निगम के दावों की पोल खुलती हुई नजर आ रही है. गाजियाबाद जिले साहिबाबाद में डीएवी स्कूल के पास नाले की हालत बेहद खराब है. ये नाला अभी तक साफ नहीं हुआ है. बीते 10 सालों से इस रोड पर जलभराव हो जाता है. जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
कोरोना काल मे यहां इस बार भी जलभराव हुआ, तो मुश्किलें दोगुनी हो जाएंगी. वहीं साहिबाबाद रेलवे स्टेशन से दिल्ली की तरफ जाने वाले मुख्य रोड पर भी जलभराव की स्थिति है. इस पर जब हमने गाजियाबाद नगर आयुक्त से सवाल पूछा, तो उनका कहना है कि नालों की साफ सफाई करवाई जा रही है. जल्द समस्या का हल हो जाएगा.
कब जागेगा प्रशासन
गाजियाबाद जिले में नालों की सफाई के दावे इस साल भी अगर हवा होते हैं, तो सवाल ये उठ रहा है कि नगर निगम की नींद कब खुलेगी? क्योंकि हर साल इसी तरह के दावों के बावजूद समस्या का हल नहीं होता है. जिस कार्य की तैयारी अब तक होकर वो कार्य पूरा हो जाना चाहिए था. उसके लिए भी अभी तक नगर निगम की तरफ से वादे ही किए जा रहे हैं. क्या कोरोना काल में भी सरकारी डिपार्टमेंट को लोगों की परवाह नहीं है.
विभागों का एक-दूसरे पर आरोप
नगर आयुक्त दिनेश चंद का कहना है कि पूरे मामले में नगर निगम की गलती नहीं है. लाजपत नगर और विजय नगर समेत कई इलाके ऐसे हैं, जो काफी निचले हैं. इसमें संबंधित सरकारी डिपार्टमेंटस का सहयोग जरूरी है. जो किसी ना किसी कारण से नहीं मिल पा रहा है. इसी वजह से कई जगहों पर जलभराव की समस्या लंबे समय से चली आ रही है.