नई दिल्ली/गाजियाबादः अगर आप किसी भी काम को शिद्दत के साथ करें, तो सफलता जरूरी मिलती है. इस बात को साकार किया है मोदीनगर के शेरपुर गांव निवासी अध्यापक डॉ. अमित चौधरी ने, जिन्होंने बेकार पड़े पत्थरों (Painting on stone) पर प्रकृति चित्रण कर इसे नया रूप दे दिया. अध्यापक ने छोटे-छोटे पत्थरों पर गांव, झोपड़ी, पेड़ का दृश्य बनाकर उसे और खूबसूरत बना दिया.
इसके अलावा उन्होनें पत्थरों पर सूर्य अस्त का चित्रण, पहाड़, तालाब का दृश्य, चहचहाती चिड़िया बनाकर समाज के लोगों को प्रकृति के नजदीक लाने का प्रयास किया है. डॉ. अमित चौधरी ने इन छोट-छोटे पत्थरो पर प्रकृति चित्रण बनाकर एक संदेश दिया है कि अपने घरों के आस पास ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाए, जिससे हमारा वातावरण हरा-भरा व स्वस्थ रह सकें और हम रोग मुक्त होकर राष्ट्र की सेवा कर सके.
विभिन्न प्रकार की अनावश्यक सामग्रियों पर कर चुके हैं पेंटिंग
डॉ. अमित चौधरी एक प्रयोगधर्मी कलाकार हैं. वह अब तक चावल, सरसो, चने व राजमा के दाने पर भी पेंटिंग बना चुके हैं. इसके अलावा वह भारतीय लोक कला की शैली मधुबनी व वरली पेंटिंग में विभिन्न प्रकार की कलात्मक पेंटिंग बना चुके हैं. वहीं लिखने वाली चौक पर महात्मा गांधी, भारतीय नृत्यांगना, किसान, फूल लिए स्त्री की सुंदर मूर्तियां बना कर एक रिकॉर्ड बनाया है.
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है नाम
डॉक्टर अमित चौधरी की कलाकृतियों की प्रदर्शनी देश के विभिन्न महानगरों में लग चुकी है. वहीं लोगों ने उनकी कलाकृतियों को काफी सराहा है. चित्रकारी के क्षेत्र में डॉ. अमित चौधरी को विभिन्न संस्थाओं के तरफ से पुरस्कृत भी किया जा चुका है. इनका नाम चित्र कला के क्षेत्र में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है.
डॉ. अमित चौधरी श्री हंस इंटर कॉलेज मुरादनगर में कला अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं. अपनी कला के माध्यम से बच्चों में कला के प्रति जागरूकता पैदा कर उनकी कला को निखार रहे हैं. एनसीसी ऑफिसर के पद पर रहते हुए एनसीसी कैडेट को समाज सेवा के प्रति समर्पण कर आर्मी की नर्सरी को तैयार करने में लगे हुए हैं. जिससे एनसीसी कैडेट भविष्य में आर्मी ज्वाइन कर राष्ट्र सेवा व राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकें.