नई दिल्ली : कोरोना महामारी के चलते गाजियाबाद के इस्कॉन मंदिर प्रबंधन ने इस वर्ष जन्माष्टमी के त्योहार पर भक्तों को ऑनलाइन दर्शन कराने का निर्णय लिया है. मंदिर प्रशासन की ओर से चुनिंदा लोगों को जन्माष्टमी पर मंदिर के दर्शन करने के लिए निमंत्रण दिया जाएगा. सिर्फ वही लोग जन्माष्टमी के दिन मंदिर में दर्शन करने के लिए आ सकेंगे.
इस्कॉन मंदिर गाजियाबाद के अध्यक्ष अदि करता दास ने बताया कोरोना के चलते मंदिर में खुलकर जन्माष्टमी का त्योहार नहीं मनाया जा रहा है. इस बार भी कोरोना महामारी को मद्देनजर रखते हुए जन्माष्टमी पर आम जनता के लिए मंदिर के द्वार बंद रहेंगे. कृष्ण भक्त जन्माष्टमी पर मंदिर के दर्शन कर सकें. इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. जन्माष्टमी पर मंदिर में होने वाले तमाम कार्यक्रमों का ऑनलाइन प्रसारण कराया जाएगा. चुनिंदा लोगों को ही मंदिर प्रबंधन द्वारा जन्माष्टमी पर मंदिर में आकर दर्शन करने के लिए निमंत्रण भेजा जाएगा. जिन लोगों के पास निमंत्रण पत्र होगा केवल उन लोगों को ही जन्माष्टमी पर मंदिर में प्रवेश का दर्शन करने की अनुमति होगी.
मंदिर के ऑनलाइन दर्शन कराने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है. जोकि मल्टीपल कैमरा सेटअप लगाकर भक्तों को जन्माष्टमी पर फेसबुक और यूट्यूब के माध्यम से ऑनलाइन दर्शन कराएगी. जिन लोगों को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी गई है उन लोगों को भी सीमित संख्या में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए दर्शन करने होंगे.
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इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष ने बताया कि जन्माष्टमी को लेकर मंदिर में खासा तैयारियां की जा रही हैं. कोरोना महामारी को मद्देनजर रखते हुए किसी प्रकार के टेंट या पंडाल नहीं लगाए जा रहे हैं. अदि करता दास ने कृष्ण भक्तों से अपील की है कि वह इस बार जन्माष्टमी पर प्रार्थना करें कि देश को कोरोना महामारी से जल्द निजात मिले. जिससे कि अगले वर्ष इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी का त्योहार खुलकर मनाया जा सके और सभी भक्त भगवान के दर्शन कर सकें.
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