नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिला प्रशासन महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ को मना रहा है. बता दें कि 12 मार्च की तिथि अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि 12 मार्च को महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम से दांडी यात्रा प्रारंभ की थी.
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि 'देशभर में महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ को मनाया जा रहा है. गाजियाबाद जिला प्रशासन अलग अंदाज में महात्मा गांधी की वर्षगांठ मना रहा है. आज 12 मार्च का दिन है और महात्मा गांधी ने इस दिन दांडी मार्च की शुरुआत की थी और यह एक नकारात्मक कानून के नियम के विरोध में था. आज के दिन हम लोगों ने संकल्प लिया है कि जो जनहितकारी और कल्याणकारी नियम और कानून बने हुए उसपर अपनी नकारात्मक कार्य प्रणाली को हावी ना होने दें और जो लंबित प्रकरण हैं उनका समय से निस्तारण करें'.
संकेतिक मार्च और गोष्टी का आयोजन
जिलाधिकारी ने इस नकारात्मक नियम के अवज्ञा को आज की परिस्थितियों में एक सकारात्मक संदेश के रूप में परिभाषित किया है. कलेक्ट्रेट के अधिकारियों के साथ जिलाधिकारी ने अपने परिसर में एक संकेतिक मार्च किया और कलेक्ट्रेट परिसर की सब के साथ मिलकर साफ-सफाई की जिसके बाद कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में दांडी मार्च को याद करते हुए एक गोष्ठी का आयोजन किया गया.
6 अप्रैल को होगी समीक्षा
12 मार्च 1930 को दांडी मार्च शुरू हुई थी और 6 अप्रैल को नमक कानून तोड़ने के साथ ही अपने मुकाम पर पहुंची थी. जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि 6 अप्रैल को एक समीक्षा की जाएगी और आकलन किया जाएगा कि 12 मार्च से 6 अप्रैल के बीच अपनी कार्यप्रणाली में तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों ने कितना परिवर्तन किया है.