नई दिल्ली/गाजियाबाद: ऑटो में होने वाली अपराधिक वारदातों को रोकने के लिए 2 दिन पहले ऑपरेशन नकेल की शुरुआत की गई थी, जिसका ऑटो यूनियन ने स्वागत किया है. ऑटो वालों ने लाइन में लगकर अपने ऑटो पर यूनिक नंबर लगवाए हैं. आइए आपको बताते हैं, ये यूनिक नंबर कैसे काम करता है.
4 डिजिट का यूनिक नंबर
गाजियाबाद में सभी ऑटो पर अब यूनिक नंबर लगवाना जरूरी होगा. 4 डिजिट का ये यूनिक नंबर हर ऑटो पर मोटे अक्षरों में लिखा होगा. जो दूर से ही नजर आएगा. इससे ऑटो वाले की पहचान सुनिश्चित होगी. इस यूनिक नंबर से ये भी पता चल पाएगा कि ऑटो वाला वाकई कागज लेकर चल रहा है या नहीं? अगर ऑटो वाले के आरसी या अन्य दस्तावेज कंप्लीट नहीं होंगे तो उसे यूनिक नंबर नहीं मिल पाएगा.
यही नहीं यूनिक नंबर वाला ऑटो बकायदा परमिट के साथ रजिस्टर्ड ऑटो होगा. जिस पर यूनिक नंबर नहीं होगा, उस ऑटो को पुलिस नहीं चलने देगी. इससे असली ऑटो वालों और ऑटो लूटने वालों के बीच पहचान आसानी से हो पाएगी.
ऑटो यूनियन कर रही स्वागत
यूनिक आईडी लगाने का अभी पहला चरण शुरू हुआ है. जिसमें लाल कुआं से ऑटो पर यूनिक आईडी दी जा रही है. ऑटो वालों ने इसका स्वागत किया है. ऑटो वाले कह रहे हैं कि इससे उन्हें परेशानी नहीं होगी. पुलिस को भी पता होगा कि जिस ऑटो पर यूनिक नंबर है, उसको पुलिस रोककर कागज चेक नहीं करेगी. क्योंकि यूनिक नंबर लेते समय सभी दस्तावेज दिखाना जरूरी है.
लोगों में बढ़ रहा विश्वास
कल से लेकर अब तक सैकड़ों ऑटो पर यूनिट नंबर लगाया जा चुका है. यूनिक नंबर देख और समझ कर आम लोगों में भी ऑटो में सफर करने का विश्वास बढ़ रहा है. लगातार सामने हो रही ऑटो में अपराध की वारदातों से लोगों में अब डर बन गया है.