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PUBG खेलते-खेलते लापता हो गया बेटा! मां-बाप का रो रोकर बुरा हाल

गाजियाबाद में दसवीं क्लास का छात्र 7 दिन से संदिग्ध हालात में लापता है. परिजनों का कहना है कि पबजी गेम ने बच्चे का ब्रेनवाश किया है. इस गेम की वजह से बच्चा घर छोड़कर चला गया है, जिसका अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है.

7 दिन से लापता है किशोर
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Published : Mar 19, 2019, 2:37 PM IST

Updated : Mar 20, 2019, 1:14 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: सिहानी गेट थाना क्षेत्र में ऑनलाइन मोबाइल गेम पबजी केकारण स्कूली छात्र के घर छोड़कर जाने का मामला सामने आया है.10वीं कक्षा में पढ़ने वाले अभिनव के पिता राजेश जयंत का कहना है कि उनका बच्चा पबजी गेम के लिए क्रेजी था.इसी गेम की वजह से उसका ब्रेनवॉश हो गया और वोघर से चला गया.बच्चे को पबजी गेम खेलने से मना किया गया था,जिसकी वजह से वोगुस्से में आ गया था.

बता दें किअभिनव जाते वक्त अपनी मां का मोबाइल फोन भी साथ ले गया,जिस पर वोगेम खेलता था. किशोर के पिता ने इस संबंध में सिहानी गेट थाने में 11 मार्च को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. एसपी सिटी श्लोक कुमार का कहना है कि मामले में जांच पड़ताल की जा रही है. उसके लैपटॉप को भी चेक किया गया है,जिसमें पब जी के सबूत मिले हैं.सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है.उन्होंने कहा है कि ऑनलाइन गेमिंग और बच्चों के बदलते व्यवहार पर माता-पिता को ध्यान देना चाहिए.

PlayerUnknown's Battlegrounds यानी पबजी. ये एक गेम नहीं बल्कि नशा है, जिसकी लत बच्चों और उनके परिजनों केलिए मुसीबत बन गई है. देशभर से पेरेंट्स अपील कर रहे हैं कि सरकार ये पबजी गेम बैन कर दे. वहीं मनोचिकित्सक भी बताते हैं कि इस गेम की लत काफी बुरी है.आपको बता दें कि पबजी गेम गुजरात के कई जिलों में बैन है. यहां तक कि इस गेम को खेलने वाले कई लोगों की गिरफ्तारी तक हो चुकी है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: सिहानी गेट थाना क्षेत्र में ऑनलाइन मोबाइल गेम पबजी केकारण स्कूली छात्र के घर छोड़कर जाने का मामला सामने आया है.10वीं कक्षा में पढ़ने वाले अभिनव के पिता राजेश जयंत का कहना है कि उनका बच्चा पबजी गेम के लिए क्रेजी था.इसी गेम की वजह से उसका ब्रेनवॉश हो गया और वोघर से चला गया.बच्चे को पबजी गेम खेलने से मना किया गया था,जिसकी वजह से वोगुस्से में आ गया था.

बता दें किअभिनव जाते वक्त अपनी मां का मोबाइल फोन भी साथ ले गया,जिस पर वोगेम खेलता था. किशोर के पिता ने इस संबंध में सिहानी गेट थाने में 11 मार्च को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. एसपी सिटी श्लोक कुमार का कहना है कि मामले में जांच पड़ताल की जा रही है. उसके लैपटॉप को भी चेक किया गया है,जिसमें पब जी के सबूत मिले हैं.सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है.उन्होंने कहा है कि ऑनलाइन गेमिंग और बच्चों के बदलते व्यवहार पर माता-पिता को ध्यान देना चाहिए.

PlayerUnknown's Battlegrounds यानी पबजी. ये एक गेम नहीं बल्कि नशा है, जिसकी लत बच्चों और उनके परिजनों केलिए मुसीबत बन गई है. देशभर से पेरेंट्स अपील कर रहे हैं कि सरकार ये पबजी गेम बैन कर दे. वहीं मनोचिकित्सक भी बताते हैं कि इस गेम की लत काफी बुरी है.आपको बता दें कि पबजी गेम गुजरात के कई जिलों में बैन है. यहां तक कि इस गेम को खेलने वाले कई लोगों की गिरफ्तारी तक हो चुकी है.

Intro:गाजियाबाद।दसवीं क्लास का छात्र संदिग्ध हालात में लापता हो गया है।और उसके पिता का कहना है कि पब जी गेम ने बच्चे का ब्रेनवाश कर दिया था। जिस वजह से बच्चा घर छोड़कर चला गया। बच्चा 11 मार्च से लापता है। और उसका कुछ पता नहीं चला है। बच्चे के पास वह मोबाइल फोन भी है। जिसमें पब जी गेम चलता था।


Body:गाजियाबाद के सिहानी गेट थाना क्षेत्र के पटेल नगर में रहने वाले राजेश जयंत और उनकी पत्नी काफी परेशान है। बात करते-करते भी इनकी आंखों में आंसू भर आते हैं। 15 साल का बेटा अभिनव संदिग्ध हालात में लापता है। और उसकी वजह है एक ऐसा वीडियो गेम जो देशभर में कई बच्चों के लिए मुसीबत बन चुका है। जी हां हम पब जी गेम की बात कर रहे हैं। 15 साल के अभिनव के पिता राजेश जयंत का कहना है कि उनका बच्चा पब जी गेम के लिए क्रेजी था। और उस गेम में उसे महारत हासिल है। इसी गेम की वजह से उसका ब्रेनवाश हो गया। और वह घर से चला गया। बच्चे को एक दो बार पब जी गेम खेलने से मना किया गया था। जिसकी वजह से वह गुस्से में आ गया था। जाते वक्त वह अपनी मां का मोबाइल फोन भी साथ ले गया। जिस पर वह पब जी गेम खेलता था।


Conclusion:बाइट श्लोक कुमार एसपी सिटी गाजियाबाद
बाइट राजेश जयंत बच्चे के पिता

मामले में पुलिस के पास एफ आई आर दर्ज करा दी गई है। पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।और उन्होंने अपील की है कि सरकार को पबजी गेम पर इस तरह की रोक लगानी चाहिए कि फिर से कोई बच्चा इस गेम का शिकार ना हो पाए। वहीं मनोचिकित्सक भी बताते हैं कि पब जी गेम की लत काफी बुरी है। इस मामले पर हमने गाजियाबाद पुलिस के अधिकारियों से बात की। उनका कहना है कि बच्चों को इस तरह के गेम से बचाना चाहिए। और इसकी लत से दूर रखना चाहिए। एसपी सिटी श्लोक कुमार का कहना है कि अभिनव के मामले में जांच पड़ताल की जा रही है। उसके लैपटॉप को भी देखा गया है। जिसमें पब जी के सबूत मिले हैं। सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। उन्होंने कहा है कि ऑनलाइन गेमिंग और बच्चों के बदलते व्यवहार पर माता-पिता को ध्यान देना चाहिए। वहीं परिवार को यह भी पता चला है कि बच्चा स्कूटी पर गया था। और थोड़ी दूर पर स्कूटी भी मिल गई। लेकिन लड़के का कोई सुराग नहीं मिला है। ऐसे में कई तरह की अनहोनी की आशंका परिवार को सता रही है।















Last Updated : Mar 20, 2019, 1:14 PM IST
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