नई दिल्ली/गाजियाबाद: ढाई सौ से ज्यादा फर्जी पहचान पत्र मिलने की खबर के बाद हड़कंप मच गया. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और तुरंत दो महिलाओं को हिरासत में ले लिया गया. जिनके पास से ढाई सौ से ज्यादा फर्जी पहचान पत्र मिले थे.
इस मामले में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी और बीजेपी के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. मामला गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके का है. जहां पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रत्याशी सेवाराम कसाना का आरोप है कि भोपुरा के मतदाता केंद्र पर दो महिलाएं संदिग्ध नजर आई तो उनसे जानकारी जुटाई गई. उनके पास एक बैग था, जिसमें ढाई सौ से ज्यादा फर्जी पहचान पत्र पाए गए.
महिलाओं को तुरंत पुलिस को सौंप दिया गया और पुलिस उन्हें स्थानीय पुलिस चौकी पर ले गई. इन पहचान पत्रों को देख यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह एडिटेड पहचान पत्र है. इसके पीछे मंशा क्या थी यह जांच का विषय है लेकिन सेवाराम कसाना ने बीजेपी पर यह साजिश करने का आरोप लगाया है.
शिकायत दर्ज कराया गया
हालांकि इसका जवाब देते हुए बीजेपी के पार्षद यशपाल कसाना ने कहा है कि सेवाराम झूठ बोल रहे हैं और जब उनकी पार्टी को वोट नहीं मिल रहे हैं तो बीजेपी को बदनाम कर रहे हैं. मामले में शिकायत भी दर्ज कराई गई है और साहिबाबाद पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है. इतने सारे मतदाता पहचान पत्र वह भी फर्जी पाए जाने के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं.