नई दिल्ली/फरीदाबाद: बल्लभगढ़ सेक्टर-2 के सामुदायिक भवन में निकिता तोमर के लिए श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई. इसमें कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा, एनआईटी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा, फरीदाबाद के डीसी यशपाल यादव, पूर्व पार्षद टेकचंद शर्मा और बल्लभगढ़ की एसडीएम अपराजिता मौजूद रहे.
श्रद्धांजलि सभा में कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि कानून और प्रशासन निकिता तोमर को इंसाफ दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा. निकिता तोमर के परिवार को सरकारी नौकरी देने की मांग पर मूलचंद शर्मा ने कहा कि इसपर मुख्यमंत्री लेवल पर विचार विमर्श किया जाएगा.
क्या था पूरा मामला?
निकिता तोमर हरियाणा के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में अग्रवाल कॉलेज में बीकॉम थर्ड ईयर की छात्रा थी. हत्याकांड वाले दिन निकिता अपनी सहेली के साथ पेपर देकर घर लौट रही थी. इसी दौरान एक कार निकिता के सामने आकर रुकी. ये वही कार थी जिसमें हत्या आरोपी तौसीफ और रेहान सवार थे.
इससे पहले की निकिता कुछ समझ पाती, तौसीफ निकिता को कार के अंदर खींचने की कोशिश करता है. जब तौसीफ निकिता को कार में नहीं बैठा पाया तो तौसीफ ने निकिता पर बंदूक तान दी. इस दौरान निकिता ने बचने की कोशिश भी की, लेकिन तौसीफ ने निकिता पर गोली चला दी. गोली निकिता के कंधे को चीरती हुई निकल गई. जिससे मौके पर ही निकिता की मौत हो गई.
निकिता के परिवार का आरोप है कि तौसीफ 2018 से निकिता के पीछे पड़ा था. वो निकिता पर शादी करने और धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा था, लेकिन निकिता बार-बार मना कर रही थी. 2018 में भी तौसीफ ने निकिता का अपहरण किया था, लेकिन उस दौरान दोनों परिवारों के बीच समझौता हो गया था. फिलहाल हत्या के इस मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.