नई दिल्ली/फरीदाबाद: 50 बेड के अस्पताल को 80 बेड की मंजूरी लेने पर सरकार ने निगम के एसई और एसडीओ को सस्पेंड कर दिया. सस्पेंड अधिकारी का कहना है कि यूएलबी के कंसलटेंट के माध्यम से प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा गया था. जिसे सरकार ने मंजूर भी कर लिया. अस्पताल अब उतने ही पैसे में बन भी रहा है. फिर उन्हें सस्पेंड किया गया, ये समझ नहीं आ रहा.
ओल्ड फरीदाबाद में बनने वाले 50 बेड के अस्पताल को 80 बेड की मंजूरी लेने पर सरकार ने नगर निगम के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर ओमवीर सिंह और एसडीओ राजकुमार को सस्पेंड कर दिया है.
सरकार का कहना है कि जब मंजूरी 50 बेड की थी तो उसे बढ़ाकर 80 बेड की मंजूरी क्यों दी गई. जबकि अधिकारियों का कहना है कि सरकार के कहने पर ही शहरी स्थानीय निकाय विभाग के कंसल्टेंट के माध्यम से प्रस्ताव बनाकर 50 फीट के स्थान पर 80 बेड का अस्पताल बनाने का प्रस्ताव नगर निगम से भेजा गया था.
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उसका अध्ययन करने के बाद सरकार ने ही मंजूरी भी दी. यही नहीं 50 बेड के बदले 80 बेड के अस्पताल बनाने में कोई अतिरिक्त खर्च भी नहीं पड़ा. फिर सस्पेंड क्यों किया गया, समझ से परे है.
यह अस्पताल ओल्ड फरीदाबाद थाना क्षेत्र में थाने के ठीक सामने नगर निगम की जमीन पर बनाया जाना है. इस पर करीब 29 करोड़ 98 लाख रुपये की लागत आनी है.