नई दिल्ली/फरीदाबाद: फरीदाबाद के मोंटी शर्मा और साथी कलाकारों ने मेले की मुख्य चौपाल पर हरियाणवी रागनी भांग रगड़ के पिया करूं, मैं कुंडी सोटे आला सूं पर अपने मस्त लोकनृत्य से दर्शकों को नाचने पर मजबूर कर दिया. इस रागनी पर देश के ही नहीं विदेशी मेहमान भी अपने आपको नहीं रोक पाए और जमकर नाचे.
अरावली की पथरीली भूमि में कला किस प्रकार अपने सतरंगी रंग बिखेर रही है, इसका आनंद लेने के लिए आपको सूरजकुंड की धरती पर जाना होगा. यहां पंजाब, हरियाणा ही नहीं बल्कि देश-विदेश के कलाकार अपने मस्ती भरे संगीत और नृत्य से पर्यटकों का मन लुभा रहे हैं.
फरीदाबाद के हरियाणवी कलाकार मोंटी शर्मा और उनके साथियों ने बताया कि वो हरियाणा टूरिज्म के आभारी हैं, जिन्होंने उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर हरियाणवी संस्कृति को दर्शाने का मौका दिया है. बता दें कि फरीदाबाद के कलाकारों ने भोले बाबा के गीतों पर जमकर नृत्य किया और लोगों ने नृत्य को पसंद किया और उनके साथ नाचे भी.
ब्रज के ढोल-नगाड़े और रसिया बने आकर्षण का केंद्र
यूं तो हरियाणा अपनी वेशभूषा और परंपरागत तौर तरीकों के बारे में जाना जाता है लेकिन हरियाणा के ब्रज क्षेत्र के नगाड़े से निकलने वाला संगीत भी बेहद मनमोहक होता है. हरियाणा के पलवल से आए नगाड़ा पार्टी के लोग 34वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में अपनी महक बिखेर रहे हैं.