नई दिल्ली/फरीदाबाद: कुख्यात अपराधी विकास दुबे उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने 10 जुलाई की सुबह ही विकास दुबे के भागने की कोशिश करने पर उसका एनकाउंटर कर दिया. बता दें कि विकास दुबे के पीछे उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली पुलिस पहले से लगी हुई थी. मध्य प्रदेश पुलिस की पकड़ में आने से पहले विकास दुबे हरियाणा के फरीदाबाद में रुका था. यहां गैंगस्टर विकास दुबे ने अपने एक दूर के रिश्तेदार के यहां शरण ली थी.
विकास दुबे को शरण देने वाले परिवार ने ये बताया
गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद उनके रिश्तेदार की प्रतिक्रिया सामने आई है. शांति मिश्रा के मुताबिक विकास दुबे अपने दो साथियों (प्रभात और अमर) के साथ उनके घर में अचानक घुसा था. इसके बाद उसने सभी को जान से मारने की धमकी दी. शांति मिश्रा ने बताया कि 6 जुलाई की दोपहर को ही विकास दुबे होटल की तलाश में घर से निकल गया था. वो उनके घर में सिर्फ 2 घंटे ही रुका था.
शांति मिश्रा के मुताबिक विकास दुबे ने घर के सभी सदस्यों के फोन अपने पास रख लिए थे, ताकि वो किसी से संपर्क न कर पाते. शांति ने बताया कि उसने अमर को विकास दुबे से फोन पर बात करते हुए सुना था, जिसमें वो दोनों झगड़ा कर रहे थे. अमर बोल रहा था कि तूने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी है. इसके बाद अमर उनके घर से चला गया.
'मेरे परिवार ने ही प्रभात को गिरफ्तार करवाया'
शांति मिश्रा ने बताया कि इसी दौरान विकास का साथ ही प्रभात भी घर से निकलकर विकास दुबे के पास चला गया और अगले दिन जब वो घर आया तब शांति मिश्रा के बेटे की पत्नी ही घर पर थी. वहीं पुलिस भी घर के अंदर मौजूद थी. शांति के मुताबिक उनकी बहू ने प्रभात की जानकारी पुलिस को दी और उसकी गिरफ्तारी करवाई और प्रभात से पूछताछ के बाद यूपी पुलिस द्वारा अमर के एनकाउंटर की खबर सामने आई.
शांति मिश्रा के मुताबिक विकास दुबे की मौत तय थी, क्योंकि बुरे काम का नतीजा बुरा ही होता है. बकौल शांति उन्होंने विकास की मौत की खबर सुनने के बाद भगवान को प्रसाद चढ़ाया और अब वो साईं बाबा पर चादर चढ़ाने की बात भी कह रही हैं. उन्होंने बताया कि विकास दुबे की वजह से उनका पूरा परिवार परेशानी में आया था.