नई दिल्ली/फरीदाबाद: फरीदाबाद में किसान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की जन आशीर्वाद यात्रा का विरोध करेंगे. अपनी मांगों को लेकर 20 महीने से धरने पर बैठे किसानों ने सीएम को काले झंडे दिखाने का फैसला किया है. बता दें कि 28 अगस्त को मुख्यमंत्री मनोहर लाल की जन आशीर्वाद यात्रा फरीदाबाद पहुंचेगी.
क्या है मामला?
फरीदाबाद की आईएमटी में पिछले 20 महीने से धरने पर बैठे हजारों किसान दिल्ली-फरीदाबाद बाइपास रोड पर मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाएंगे और उनके खिलाफ नारेबाजी भी करेंगे. ये फैसला किसानों ने धरनास्थल पर आयोजित पंचायत में सर्वसम्मति से लिया है.
बता दें कि हुड्डा सरकार में 5 गांव जिनमें नवादा, चंदावली, मच्छगर, मुझेडी और सोतई के किसानों की लगभग 120 एकड़ से भी अधिक जमीन को आईएमटी में विकसित करने के लिए जमीन का अधिग्रहण किया गया था. पहले तो किसानों और सरकार के बीच मुआवजे को लेकर झगड़ा चलता रहा, लेकिन बाद में सरकार ने किसानों का मुआवजा बढ़ा दिया और दे भी दिया.
किसानों की ये हैं मांग
अब किसानों की मांग है कि हर किसान परिवार को 100 गज का प्लॉट और परिवार से एक सदस्य को आईएमटी में लगी कंपनियों में नौकरी दी जाए. लगातार किसान अपनी इन दोनों मांगों को लेकर सरकार के मंत्रियों और मुख्यमंत्री से मिलते रहे और उन्हें आश्वासन ही मिलता रहा, लेकिन किसानों की इस मांग की तरफ किसी ने भी ध्यान नहीं दिया.
किसान संघर्ष समिति के प्रधान रामनिवास नागर ने बताया कि अपनी मांगों के लिए पिछले लगभग कई महीनों से धरने पर बैठे हैं. अपनी मांगों के समर्थन में वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, उद्योग मंत्री विपुल गोयल, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और सभी स्थानीय विधायकों से मिल चुके हैं, परंतु उनकी मांगों की तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया.
इसलिए रविवार को धरनास्थल पर मौजूद सैकड़ों महिला-पुरुष किसानों ने ये फैसला लिया कि 28 अगस्त को जन आशीर्वाद यात्रा में मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाए जाएंगे और उनका विरोध भी किया जाएगा.