नई दिल्ली/फरीदाबाद: दिल्ली से सटे फरीदाबाद जिले में कोरोना वायरस के मामले पहले ही तेजी से फैल रहे हैं. तो वहीं अब एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने स्वास्थ्य विभाग के हाथ पैर फुला दिए हैं. दरअसल, फरीदाबाद जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित 1600 ऐसे मरीज हैं. जो सरेआम बाजार, दफ्तरों या सार्वजनिक स्थलों पर घूम रहे हैं और स्वास्थ्य विभाग के पास इनकी कोई जानकारी नहीं है.
ये 1600 कोरोना पॉजिटिव मरीज वो हैं जिन्होंने अपना कोरोना टेस्ट फरीदाबाद की अलग-अलग निजी लैब्स में करवाया, लेकिन टेस्ट करवाते समय इन लापरवाह लोगों ने अपनी सही जानकारी लैब को नहीं दी. न तो इन लोगों ने लैब में अपना सही पता लिखवाया और न ही संपर्क के लिए मोबाइल नंबर सही दिया. ऐसे में ये साफ है कि जिले में ऐसे कोरोना संक्रमित मरीज हैं जो आइसोलेटड नहीं हैं और स्वास्थ्य विभाग उन्हें ट्रेस नहीं कर पा रहा है.
जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने मीडिया से बात की
इस पूरे मामले में जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने मीडिया से बात की. उनका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग ने निजी लैब्स को ये आदेश दिए हुए हैं कि किसी का भी कोरोना टेस्ट करते समय पूरी सूचनाएं अंकित की जाएं, लेकिन इसमें लापरवाही बरती जा रही है और यही वजह है कि इस तरह की स्थिति सामने आ रही है.
यशपाल यादव ने कहा कि इस समय फरीदाबाद जिले में 1600 कोरोना पॉजिटिव मरीज ऐसे हैं, जिनकी उनके पास कोई पुख्ता जानकारी नहीं है. यहां तक कि इन मरीजों का मोबाइल नंबर भी गलत है. उन्होंने कहा कि ये एक बड़ी लापरवाही है. अगर इस मामले में आगे कोई भी लापरवाही बरती गई तो ऐसी लैब्स के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा.