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पलवल में कोरोना मरीज की वायरल वीडियो का सच आया सामने

पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें दिखाया गया है कि पलवल जिला अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पलवल जिला सीएमओ ने लोगों से कोरोना वायरस कि झुठी अफवाहों से बचने के लिए अपील की है. सीएमओ ने कहा कि अब तक पलवल जिले में कोरोना वायरस का कोई भी मरीज नहीं मिला है.

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पलवल में कोरोना मरीज की वायरल वीडियो का सच आया सामने.
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Published : Mar 14, 2020, 12:54 PM IST

नई दिल्ली/पलवल: सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज का पलवल सिविल अस्पताल में पाए जाने की वीडियो वायरल हो रही है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग से लेकर आम लोगों में भी हड़कंप मच गया. जिसके बाद पलवल जिले के सीएमओ डॉ. ब्रहमदीप सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो फेक है. ऐसा कोई मामला पूरे पलवल जिले में नहीं आया है.

पलवल में कोरोना मरीज की वायरल वीडियो का सच आया सामने.

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें दिखाया गया है कि पलवल जिला अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

क्या है सच ?

पलवल के कैलाश नगर निवासी सुरेश नाम के मजदूर को जुकाम होने पर फरीदाबाद की एक निजी कम्पनी के डॉक्टर ने कोरोना वायरस से संक्रमित बताकर कर घर भेज दिया. डरा-घबराया हुआ मजदूर अपने भाई को साथ लेकर जिला अस्पताल पहुंचा. तो यहां भी उसे कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं होने पर कोई ठीक-ठाक जवाब नहीं मिला. जिसके बाद उसके भाई ने अपना और उसका विडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. जिसमें पलवल जिला अस्पताल की सेवाओं पर सवालिया निशान खड़े किये थे.

इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. ब्रहमदीप सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग पलवल ने काफी इंतजाम किए हैं. प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस को एक महामारी घोषित कर दिया है. इसके साथ ही अलग से नियम बनाए गए हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर जिले के सिविल अस्पताल में अलग से स्पेशल वार्ड बनाया गया है. जिसमें कोरोना को लेकर डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके अलावा आईएमए के डॉक्टरों और स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि पलवल जिले में 8 लोग ऐसे थे जो विदेश यात्रा करके वापस लौटे थे. उन्हें अलग से वार्ड में रखा गया लेकिन उनमें कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए है. उन्होंने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है. जागरूकता से ही बचाव किया जा सकता है. अगर कोई भी व्यक्ति किसी से हाथ मिलता है तो हाथ अवश्य धोयें. किसी भी व्यक्ति में कोरोनो के लक्षण है तो मॉस्क का प्रयोग करें.

उन्होंने पलवल में सोशल मीडिया पर फैल रही कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज झूठी वीडियो का भी खंड़न किया. उन्होंने कहा कि अभी तक जिले में कोई भी मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित सामने नहीं आया है. सोशल मीडिया पर इस प्रकार की अफवाहें आती हैं. यदि कोई इस प्रकार का मरीज सामने आता है. तो हमारा आइसोलेशन वार्ड इसके लिये पूरी तरह से तैयार है.

नई दिल्ली/पलवल: सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज का पलवल सिविल अस्पताल में पाए जाने की वीडियो वायरल हो रही है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग से लेकर आम लोगों में भी हड़कंप मच गया. जिसके बाद पलवल जिले के सीएमओ डॉ. ब्रहमदीप सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो फेक है. ऐसा कोई मामला पूरे पलवल जिले में नहीं आया है.

पलवल में कोरोना मरीज की वायरल वीडियो का सच आया सामने.

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें दिखाया गया है कि पलवल जिला अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

क्या है सच ?

पलवल के कैलाश नगर निवासी सुरेश नाम के मजदूर को जुकाम होने पर फरीदाबाद की एक निजी कम्पनी के डॉक्टर ने कोरोना वायरस से संक्रमित बताकर कर घर भेज दिया. डरा-घबराया हुआ मजदूर अपने भाई को साथ लेकर जिला अस्पताल पहुंचा. तो यहां भी उसे कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं होने पर कोई ठीक-ठाक जवाब नहीं मिला. जिसके बाद उसके भाई ने अपना और उसका विडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. जिसमें पलवल जिला अस्पताल की सेवाओं पर सवालिया निशान खड़े किये थे.

इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. ब्रहमदीप सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग पलवल ने काफी इंतजाम किए हैं. प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस को एक महामारी घोषित कर दिया है. इसके साथ ही अलग से नियम बनाए गए हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर जिले के सिविल अस्पताल में अलग से स्पेशल वार्ड बनाया गया है. जिसमें कोरोना को लेकर डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके अलावा आईएमए के डॉक्टरों और स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि पलवल जिले में 8 लोग ऐसे थे जो विदेश यात्रा करके वापस लौटे थे. उन्हें अलग से वार्ड में रखा गया लेकिन उनमें कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए है. उन्होंने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है. जागरूकता से ही बचाव किया जा सकता है. अगर कोई भी व्यक्ति किसी से हाथ मिलता है तो हाथ अवश्य धोयें. किसी भी व्यक्ति में कोरोनो के लक्षण है तो मॉस्क का प्रयोग करें.

उन्होंने पलवल में सोशल मीडिया पर फैल रही कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज झूठी वीडियो का भी खंड़न किया. उन्होंने कहा कि अभी तक जिले में कोई भी मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित सामने नहीं आया है. सोशल मीडिया पर इस प्रकार की अफवाहें आती हैं. यदि कोई इस प्रकार का मरीज सामने आता है. तो हमारा आइसोलेशन वार्ड इसके लिये पूरी तरह से तैयार है.

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