नई दिल्ली/ फरीदाबाद: पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारा पर हुए हमले के विरोध में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का पुतला फूंका. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि विभाजन के समय भी पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किए गए, जो आज भी जारी हैं.
प्रदर्शनकारियों के मुताबिक हिंदूओं पर हो रहे अत्याचारों को देखते हुए नागरिक संशोधन बिल लाया गया है, ताकि पीड़ित और प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को भारत में नागरिकता मिल सके. एनआईटी फरीदाबाद में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किया.
नागरिकता संशोधन कानून का किया समर्थन
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक तरफ ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हमले का विरोध किया तो वहीं नागरिकता बिल का समर्थन किया. प्रदर्शनकारियों ने एक नंबर मार्केट स्थित गुरुद्वारे के सामने पाकिस्तान सरकार का पुतला फूंका और इमरान खान मुर्दाबाद के नारे लगाए.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पुतला फूंका
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि ननकाना साहिब पर हमला करके पाकिस्तान ने अपना असली चेहरा दिखा दिया है. उनका कहना था कि 50 साल पहले भी विभाजन के समय पाकिस्तान से हिंदुओं को भगाया गया था और उनके मंदिरों को भी तोड़ डाला गया था.
उनका कहना था कि विभाजन के समय पाकिस्तान में 22% हिंदू आबादी थी, जो 2011 की गणना के अनुसार अब मात्र 1% रह गई है. जबकि इसके बिल्कुल उलट उस समय भारत में मुस्लिम आबादी 6% थी, जो अब बढ़कर 25 से 30% हो गई है.