नई दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान बहुत से लोग गरीबों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. इसी तरह दिल्ली के द्वारका सागरपुर में युवाओं का एक समूह है जो गरीबों को खाना खिला रहा है. इन युवाओं ने जिम्मेदारी उठाई है ऐसे गरीबों को खाना देने की जिनके पास राशनकार्ड तक नहीं है. ऐसे लोगों को ये युवा दो समय का खाना बनाकर उपलब्ध करवा रहे हैं.
विधायक विनय मिश्रा बने प्रेरणा
द्वारका विधानसभा की सागरपुर कॉलोनी के ये युवा अपनी जिंदगी को आराम से काट रहे थे. इनमें से कोई बिजनसमैन है तो कोई छात्र और कोई दो वक्त की रोटी कमाने वाला युवा. अब लॉकडाउन के दौरान देश हित के लिए इन्होंने गरीबों को खाना खिलाने का जिम्मा उठाया है. इन सभी दोस्तों को द्वारका के युवा विधायक विनय मिश्रा से प्रेणा मिली है.
अलग-अलग राज्यों से हैं युवा
सागरपुर कॉलोनी में रहने वाले ये सभी युवा अलग-अलग राज्यों से हैं, लेकिन आज इन सब का एक ही लक्ष्य है कि लॉकडाउन के चलते कोई गरीब आदमी का परिवार भूखा ना सोए. देश भर में 21 दिन का लॉकडाउन लगा हुआ है. ऐसे में रोजाना कमाने वाले लोगों के सामने खाने की दिक्कत आने लगी तो ऋषभ सिंह को दुख हुआ. ऋषभ ने तुरंत अपनी पॉकेटमनी से गरीब लोगों को भोजन देना शुरू कर दिया.
जरूरतमंदों को देते हैं घर जैसा खाना
ऋषभ सिंह का कहना है कि आज हमारा देश कोरोना वायरस बीमारी लड़ रहा है. 21 दिन का लॉकडाउन लगा हुआ है. गरीब लोग बिना राशनकार्ड के ही द्वारका सागरपुर में रहकर अपना जीवन जीने को मजबूर हैं.
आज उनके परिवार में एक समय का भोजन नहीं बन रहा. इसलिए उनके दोस्तों ने मिलकर देश हित में अपनी-अपनी नेक कमाई से इस वजन को उठाया है. ऋषभ का यह भी कहना जो हम सब अपने घरों में खाना खाते हैं वही स्वादिष्ट भोजन गरीब लोगों तक दे रहे हैं.