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कोरोना काल में भी क्षेत्रीय दलों को मिला बंपर दान, तीसरे नंबर पर रही AAP

शुक्रवार को एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association for Democratic Reforms) नाम की संस्था ने क्षेत्रीय राजनीतिक दलों द्वारा प्राप्त डोनेशन से संबंधित रिपोर्ट जारी की है. जिसमें देश की 53 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को वर्ष 2019-20 में कितना डोनेशन प्राप्त हुआ इसका लेखा-जोखा है.

क्षेत्रीय दलों को मिला बंपर दान
क्षेत्रीय दलों को मिला बंपर दान
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Published : Oct 29, 2021, 6:54 PM IST

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के समय में भी देश की क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को लोगों ने खुलकर दान दिया है. आम आदमी पार्टी को वित्त वर्ष 2019-20 में कुल 37.37 करोड़ डोनेशन मिला है. जो वर्ष 2018-19 के मुकाबले 156 फीसद अधिक है. देश की 53 क्षेत्रीय दलों में से अधिक डोनेशन पाने में आम आदमी पार्टी (AAP) तीसरे नंबर पर है. पहले नंबर पर शिवसेना (SHIV SENA) और दूसरे नंबर पर एआईएडीएमके (AIADMK) है.

वित्त वर्ष 2019- 20 में किस राजनीतिक दल को कितना डोनेशन मिला यह जानकारी 30 सितंबर 2020 तक सभी क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को चुनाव आयोग ( Election commission) को देनी थी. लेकिन 53 में से सिर्फ दो क्षेत्रीय राजनीतिक दल ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट और राष्ट्रीय लोक दल ने निर्धारित समय सीमा के भीतर यह जानकारी चुनाव आयोग को दी. बाकी राजनीतिक दलों ने छह दिन से लेकर 320 दिन की देरी से प्राप्त डोनेशन की सूचना चुनाव आयोग को दी. इतना ही नहीं 24 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों ने आज की तारीख तक चुनाव आयोग को प्राप्त डोनेशन के बारे में कोई जानकारी ही नहीं दी है. इनमें राष्ट्रीय जनता दल, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, राष्ट्रीय लोक क्रांतिकारी पार्टी, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी समेत अन्य राजनीतिक दल शामिल हैं.

पढ़ेंः झुग्गी सम्मान यात्रा के जरिए AAP सरकार के दावों की पोल खोलने में जुटी बीजेपी


देश के तमाम क्षेत्रीय दलों को जिन्होंने वर्ष 2019-20 में प्राप्त डोनेशन की जानकारी चुनाव आयोग ( Election commission) को दिया है उनमें 20,000 से अधिक की धनराशि देने वाले दानकर्ताओं से कुल 233.68 करोड़ राजनीतिक दलों को मिला है. पूरे भारतवर्ष से शिवसेना को सबसे अधिक 436 दानकर्ताओं ने 62.859 करोड़ रुपये का दान मिला है. उसके बाद एआईडीएमके को 52.17 करोड़ और आम आदमी पार्टी को 37.37 करोड़ का डोनेशन प्राप्त हुआ है. बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस ने क्रमशः 28. 20 करोड़ और 8.924 करोड़ रुपये दान के रुप में मिलने की जानकारी चुनाव आयोग को दी है.

क्षेत्रीय दलों को मिला बंपर दान
क्षेत्रीय दलों को मिला बंपर दान

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अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी को विदेशों से भी डोनेशन के रूप में 1.8 करोड़ मिले हैं. आम आदमी पार्टी को दुबई, अमेरिका, कतर, कुआलालंपुर, अबू धाबी, सिंगापुर, नीदरलैंड, पर्शिया, लंदन जैसे देशों में रहने वाले लोगों ने भी दान के रूप में लाखों रुपए बीते वित्त वर्ष के दौरान दिया है. इसकी जानकारी आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग को भी दी है. वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए क्षेत्रीय दलों ने 30.766 करोड़ रुपये जो 599 दानदाताओं ने दिया है इनके बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी है. उनके पते का विवरण घोषित नहीं किया है जो दलों द्वारा प्राप्त कुल दान का 13.17% है.

डोनेशन से संबंधित रिपोर्ट
डोनेशन से संबंधित रिपोर्ट

बता दें कि 29 अगस्त 2014 को चुनाव आयोग ने एक अधिसूचना जारी कर कहा था कि कोई भी व्यक्ति या कंपनी जो नगदी के माध्यम से राजनीतिक दलों को चंदा देगी उसे कर में कोई छूट नहीं दी जाएगी. यह अधिसूचना वित्तीय वर्ष 2014-15 के बाद से लागू किया गया था. राजनीतिक दल ऐसे सभी व्यक्तियों कंपनियों या संस्थाओं का नाम और पता बताएंगे जो दान कर रहे हैं.

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नई दिल्ली: कोरोना महामारी के समय में भी देश की क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को लोगों ने खुलकर दान दिया है. आम आदमी पार्टी को वित्त वर्ष 2019-20 में कुल 37.37 करोड़ डोनेशन मिला है. जो वर्ष 2018-19 के मुकाबले 156 फीसद अधिक है. देश की 53 क्षेत्रीय दलों में से अधिक डोनेशन पाने में आम आदमी पार्टी (AAP) तीसरे नंबर पर है. पहले नंबर पर शिवसेना (SHIV SENA) और दूसरे नंबर पर एआईएडीएमके (AIADMK) है.

वित्त वर्ष 2019- 20 में किस राजनीतिक दल को कितना डोनेशन मिला यह जानकारी 30 सितंबर 2020 तक सभी क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को चुनाव आयोग ( Election commission) को देनी थी. लेकिन 53 में से सिर्फ दो क्षेत्रीय राजनीतिक दल ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट और राष्ट्रीय लोक दल ने निर्धारित समय सीमा के भीतर यह जानकारी चुनाव आयोग को दी. बाकी राजनीतिक दलों ने छह दिन से लेकर 320 दिन की देरी से प्राप्त डोनेशन की सूचना चुनाव आयोग को दी. इतना ही नहीं 24 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों ने आज की तारीख तक चुनाव आयोग को प्राप्त डोनेशन के बारे में कोई जानकारी ही नहीं दी है. इनमें राष्ट्रीय जनता दल, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, राष्ट्रीय लोक क्रांतिकारी पार्टी, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी समेत अन्य राजनीतिक दल शामिल हैं.

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देश के तमाम क्षेत्रीय दलों को जिन्होंने वर्ष 2019-20 में प्राप्त डोनेशन की जानकारी चुनाव आयोग ( Election commission) को दिया है उनमें 20,000 से अधिक की धनराशि देने वाले दानकर्ताओं से कुल 233.68 करोड़ राजनीतिक दलों को मिला है. पूरे भारतवर्ष से शिवसेना को सबसे अधिक 436 दानकर्ताओं ने 62.859 करोड़ रुपये का दान मिला है. उसके बाद एआईडीएमके को 52.17 करोड़ और आम आदमी पार्टी को 37.37 करोड़ का डोनेशन प्राप्त हुआ है. बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस ने क्रमशः 28. 20 करोड़ और 8.924 करोड़ रुपये दान के रुप में मिलने की जानकारी चुनाव आयोग को दी है.

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अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी को विदेशों से भी डोनेशन के रूप में 1.8 करोड़ मिले हैं. आम आदमी पार्टी को दुबई, अमेरिका, कतर, कुआलालंपुर, अबू धाबी, सिंगापुर, नीदरलैंड, पर्शिया, लंदन जैसे देशों में रहने वाले लोगों ने भी दान के रूप में लाखों रुपए बीते वित्त वर्ष के दौरान दिया है. इसकी जानकारी आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग को भी दी है. वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए क्षेत्रीय दलों ने 30.766 करोड़ रुपये जो 599 दानदाताओं ने दिया है इनके बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी है. उनके पते का विवरण घोषित नहीं किया है जो दलों द्वारा प्राप्त कुल दान का 13.17% है.

डोनेशन से संबंधित रिपोर्ट
डोनेशन से संबंधित रिपोर्ट

बता दें कि 29 अगस्त 2014 को चुनाव आयोग ने एक अधिसूचना जारी कर कहा था कि कोई भी व्यक्ति या कंपनी जो नगदी के माध्यम से राजनीतिक दलों को चंदा देगी उसे कर में कोई छूट नहीं दी जाएगी. यह अधिसूचना वित्तीय वर्ष 2014-15 के बाद से लागू किया गया था. राजनीतिक दल ऐसे सभी व्यक्तियों कंपनियों या संस्थाओं का नाम और पता बताएंगे जो दान कर रहे हैं.

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