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दिल्ली: नहीं थम रहे बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामले, कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते ये आंकड़े - Rape cases in Delhi

देशभर में रेप के खिलाफ तमाम कानून बनाए गए. लेकिन इन सब के बावजूद आकड़े बताते हैं कि छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामलों में कोई खास कमी नहीं आई है. विडंबना यही बस नहीं है, कानून व्यवस्था के हालात ये हैं कि जितने मामले दर्ज होते हैं, उनमें कुछ ही दोषी साबित हो पाते हैं.

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दिल्ली में नहीं थम रहे बच्चियों के साथ रेप के मामले
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Published : Mar 27, 2021, 11:12 PM IST

Updated : Mar 28, 2021, 12:21 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली की सड़क पर चलती बस में निर्भया के साथ हुई बलात्कार की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. इस हादसे के बाद देशभर में रेप के खिलाफ माहौल बना, तमाम कानून बनाए गए. लेकिन इन सब के बावजूद आकड़े बताते हैं कि छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामलों में कोई खास कमी नहीं आई है. विडंबना यही बस नहीं है, कानून व्यवस्था के हालात ये हैं कि जितने मामले दर्ज होते हैं, उनमें कुछ ही दोषी साबित हो पाते हैं.

NCRB figures
NCRB के आंकड़े

छोटी बच्चियों से रेप के मामले

Cases filed under the district wise Poxo Act
जिलेवार पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामले

2019 में जिलेवार बच्चियों से रेप के मामले

दोषी साबित हुए रेप के मामले

NCRB figures
NCRB के आंकड़े

जागरुकता की जरूरत

निर्भया केस के बाद रेप के प्रति लोगों में जागरुकता आई है, संसद में दुष्कर्म के खिलाफ कानून बनाया गया. वहीं कई राज्यों ने नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म के मामले में फांसी का प्रावधान किया है. लेकिन आंकड़े अभी भी कम नहीं हुए हैं, छोटी-छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म जैसी घिनौनी घटनाएं सामने आना देश के सामने एक बड़ी चुनौती है, इन घटनाओं से निपटने के लिए न सिर्फ कानूनी पक्षों को मजबूत करने की जरूरत है बल्कि समाज में जागरूकता की जरूरत है, जिससे नारी सिर उठाकर जी सके.

नई दिल्ली: दिल्ली की सड़क पर चलती बस में निर्भया के साथ हुई बलात्कार की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. इस हादसे के बाद देशभर में रेप के खिलाफ माहौल बना, तमाम कानून बनाए गए. लेकिन इन सब के बावजूद आकड़े बताते हैं कि छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामलों में कोई खास कमी नहीं आई है. विडंबना यही बस नहीं है, कानून व्यवस्था के हालात ये हैं कि जितने मामले दर्ज होते हैं, उनमें कुछ ही दोषी साबित हो पाते हैं.

NCRB figures
NCRB के आंकड़े

छोटी बच्चियों से रेप के मामले

Cases filed under the district wise Poxo Act
जिलेवार पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामले

2019 में जिलेवार बच्चियों से रेप के मामले

दोषी साबित हुए रेप के मामले

NCRB figures
NCRB के आंकड़े

जागरुकता की जरूरत

निर्भया केस के बाद रेप के प्रति लोगों में जागरुकता आई है, संसद में दुष्कर्म के खिलाफ कानून बनाया गया. वहीं कई राज्यों ने नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म के मामले में फांसी का प्रावधान किया है. लेकिन आंकड़े अभी भी कम नहीं हुए हैं, छोटी-छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म जैसी घिनौनी घटनाएं सामने आना देश के सामने एक बड़ी चुनौती है, इन घटनाओं से निपटने के लिए न सिर्फ कानूनी पक्षों को मजबूत करने की जरूरत है बल्कि समाज में जागरूकता की जरूरत है, जिससे नारी सिर उठाकर जी सके.

Last Updated : Mar 28, 2021, 12:21 AM IST
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