नई दिल्ली. रविवार को दिल्ली में झांसी रोड स्थित अनाज मंडी के पास लगी भीषण आग में 43 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. वहीं कई अन्य लोग घायल हो गए थे. जिनका इलाज अस्पतालों में कराया जा रहा है. पर कई ऐसे भाग्यशाली लोग भी हैं जो उस दौरान बिल्डिंग में थे पर सुरक्षित बाहर निकल आए. उन्हीं भाग्यशाली लोगों में एक शख्स ने ईटीवी भारत से बात की और इस पूरी घटना को बताया.
दरअसल, इस भाग्यशाली का नाम राजू है. जो आग लगने के दौरान बिल्डिंग में मौजूद था. इस घटना को लेकर ईटीवी भारत के संवाददाता नवीन निशांत ने राजू से रविवार सुबह में क्या हुआ इसको लेकर बात की. जिसका जवाब देते हुए राजू ने बताया कि सुबह चार बजे के करीब वह अपने साथियों के साथ तीसरी मंजिला पर सो रहा था. तभी दूसरी मंजिल पर आग लग गई. थोड़ी ही देर में धुआं तीसरी मंजिल पर भी फैलने लगा. जिसके बाद उसकी नींद खुली. नींद खुलते हैं वह खिड़की की तरफ भागा क्योंकि नीचे जाने वाले रास्ते पर आग लगी हुई थी. उसने बताया कि तीसरी मंजिल पर दो ही खिड़की थी, जिसको खोल कर वह खिड़की के सहारे लटक गया और अगल-बगल के लोगों को आवाज देने लगा.
खिड़की के सहारे लटक कर बचाई अपनी जान
राजू ने बताया कि उसके साथ 5,6 लोग और भी खिड़की पर लटके थे और लगातार चिल्ला रहे थे. उनके चिल्लाने की आवाज सुनकर अगल-बगल के लोग अपनी छतों पर पहुंचे और पूरी स्थिति को समझते हुए उन्होंने पुलिस को फोन किया. थोड़ी ही देर बाद पुलिस और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची. जिसके बाद उन्हें वहां से निकाला गया. हालांकि उसे इस बात का अफसोस भी है कि उसके कई साथियों को बचाया नहीं जा सका.
बातचीत के दौरान राजू ने बताया कि अभी भी उसका इलाज चल रहा है. क्योंकि उसके शरीर में धुआं भर गया है. डॉक्टरों का कहना है कि अभी उसे ठीक होने में 4 से 5 दिन और लग सकते हैं.