ETV Bharat / city

DU चुनाव: 'कोई छात्र नहीं करता सावरकर का समर्थन' - वीर सावरकर के बारे में खबर

'वीर सावरकर कोई स्वतंत्रता सेनानी नहीं है उन्होंने अंग्रेजों को 16 बार चिट्ठी लिखकर अपनी सजा माफ करने को कहा जबकि शहीद भगत सिंह ने आजादी की खातिर खुद को बलिदान कर दिया'

सावरकर पर बोले nsui के अध्यक्ष नीरज कुंदन etv bharat
author img

By

Published : Aug 30, 2019, 7:36 AM IST

नई दिल्ली: डूसू चुनाव में इस बार वीर सावरकर की मूर्ति को कैंपस में लगाने को लेकर विवाद गरमाता जा रहा है. जहां छात्र संगठन ABVP द्वारा वीर सावरकर के समर्थन में यह मूर्ति लगाई गई थी, वहीं छात्र संगठन NSUI लगातार इसका विरोध कर रहा है.

सावरकर पर बोले NSUI के अध्यक्ष नीरज कुंदन

एक तरफ ABVP वीर सावरकर को स्वतंत्रता सेनानी मानकर उन्हें सम्मान दे रहा है तो वहीं एनसीयूआई उन्हें स्वतंत्रता सेनानी मानने को तैयार नहीं है. इस विषय पर हमने एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन से बात की.

'सजा कम कराने को लिखे पत्र'
नीरज कुंदन ने साफ तौर पर कहा कि वीर सावरकर कोई स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे. वह केवल और केवल अंग्रेजों के एजेंट थे और उन्होंने लगातार जेल में रहकर अंग्रेजों से अपनी सजा माफ कराने को लेकर पत्र लिखे.

'कोई छात्र नहीं करता सावरकर का समर्थन'
नीरज कुंदन का कहना था कि वीर सावरकर कोई स्वतंत्रता सेनानी नहीं है उन्होंने अंग्रेजों को 16 बार चिट्ठी लिखकर अपनी सजा माफ करने को कहा जबकि शहीद भगत सिंह ने आजादी की खातिर खुद को बलिदान कर दिया.

इसके अलावा नीरज कुंदन का कहना था कि कोई छात्र वीर सावरकर को समर्थन नहीं करता केवल और केवल आरएसएस और बीजेपी के एजेंट ही उनका समर्थन करते हैं.

नई दिल्ली: डूसू चुनाव में इस बार वीर सावरकर की मूर्ति को कैंपस में लगाने को लेकर विवाद गरमाता जा रहा है. जहां छात्र संगठन ABVP द्वारा वीर सावरकर के समर्थन में यह मूर्ति लगाई गई थी, वहीं छात्र संगठन NSUI लगातार इसका विरोध कर रहा है.

सावरकर पर बोले NSUI के अध्यक्ष नीरज कुंदन

एक तरफ ABVP वीर सावरकर को स्वतंत्रता सेनानी मानकर उन्हें सम्मान दे रहा है तो वहीं एनसीयूआई उन्हें स्वतंत्रता सेनानी मानने को तैयार नहीं है. इस विषय पर हमने एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन से बात की.

'सजा कम कराने को लिखे पत्र'
नीरज कुंदन ने साफ तौर पर कहा कि वीर सावरकर कोई स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे. वह केवल और केवल अंग्रेजों के एजेंट थे और उन्होंने लगातार जेल में रहकर अंग्रेजों से अपनी सजा माफ कराने को लेकर पत्र लिखे.

'कोई छात्र नहीं करता सावरकर का समर्थन'
नीरज कुंदन का कहना था कि वीर सावरकर कोई स्वतंत्रता सेनानी नहीं है उन्होंने अंग्रेजों को 16 बार चिट्ठी लिखकर अपनी सजा माफ करने को कहा जबकि शहीद भगत सिंह ने आजादी की खातिर खुद को बलिदान कर दिया.

इसके अलावा नीरज कुंदन का कहना था कि कोई छात्र वीर सावरकर को समर्थन नहीं करता केवल और केवल आरएसएस और बीजेपी के एजेंट ही उनका समर्थन करते हैं.

Intro:डूसू चुनाव में इस बार वीर सावरकर की मूर्ति को केंपस में लगाया जाने पर विवाद गरमाता जा रहा है जहां छात्र संगठन abvp द्वारा वीर सावरकर के समर्थन में यह मूर्ति लगाई गई थी वही छात्र संगठन nsui लगातार इसका विरोध कर रहा है, एक तरफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद वीर सावरकर को स्वतंत्रता सेनानी मानकर उन्हें सम्मान दे रहा है तो वही एनसीयूआई उन्हें स्वतंत्रता सेनानी मानने को तैयार नहीं है इस विषय पर हमने एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन से बात की


Body:नीरज कुंदन में साफ तौर पर कहा कि वीर सावरकर कोई स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे वह केवल और केवल अंग्रेजों के एजेंट थे और उन्होंने लगातार जेल में रहकर अंग्रेजों से अपनी सजा माफ कराने को लेकर पत्र लिखें वह कोई वीर सावरकर नहीं बल्कि एक गद्दार सावरकर है


नीरज कुंदन का कहना था कि वीर सावरकर कोई स्वतंत्रता सेनानी नहीं है उन्होंने अंग्रेजों को 16 बार चिट्ठी लिखकर अपनी सजा माफ करने को कहा जबकि शहीद भगत सिंह ने आजादी की खातिर खुद को बलिदान कर दिया, इसके अलावा नीरज कुंदन का कहना था कि कोई छात्र वीर सावरकर को समर्थन नहीं करता केवल और केवल आरएसएस और बीजेपी के एजेंट थी उसका समर्थन करते हैं


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.