नई दिल्ली : संगम विहार गली नंबर 16 में उस समय अफरा-तफरी का माहौल हो गया. जब बीएसईएस के बिजली के एक पोल में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई. इस पोल से थोड़ी ही दूरी पर एक मकान के ऊपर एक मोबाइल टावर को भी बिजली सप्लाई दी जाती है. स्थानीय लोगों की तत्परता की वजह से बिजली के खंभे पर लगी आग पर काबू पा लिया गया. वरना बड़ा हादसा हो सकता था. बिजली रिस्टोर करने के लिए बीएसईएस कॉन्ट्रैक्ट का स्टाफ मौके पर पहुंचा.
बिजली कनेक्शन ठीक करने के लिए केबल की मांग स्थानीय एक शख्स से की. उसका कहना था कि घर में ओवरलोडिंग के चलते पोल में आग लग गई. इसलिए केबल बिजली उपभोक्ता से लिया गया. जबकि पीड़ित का साफ कहना है कि तय लोड से भी कम उपकरण घर में इस्तेमाल किया जा रहा है. फिर भी बिजली कर्मचारियों ने उस पर दबाव बनाकर केबल खरीदकर मंगवाया.
घंटों बाद जब उस पीड़ित ने केबल खरीदकर दिया. उसके बाद कर्मचारियों ने कनेक्शन ठीक किया. इतनी देर तक लोग गर्मी में परेशान रहे.
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बीएसईएस के बिजली मेकैनिक ने बताया कि अगर नियम के साथ चलें तो 15 दिन बाद बिजली ठीक हो पाएगी. इसलिए जिल पोल में फॉल्ट होता है. उसके उपभोक्ता से केबल मंगवाया जाता है. जबकि BSES के प्रवक्ता ने ऐसे किसी भी नियम से इन्कार किया है. साथ ही बिजली ठीक करने के लिए उपभोक्ता से केबल मंगवाने को भी ग़लत करार दिया है.