नई दिल्ली : राजधानी में अभी तक हुए सिरो सर्वे के अनुसार करीब 60 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इसलिए सरकार ने टेस्टिंग का दायरा बढ़ाने की पहल की है. इसके तहत अब रैपिड एंटीजन टेस्ट के साथ ही आरटीपीसीआर टेस्ट में भी बढ़ोतरी होगी. इससे दिल्ली के संक्रमण रेट में भी बढ़ोतरी हो सकती है.
रैपिड एंटीजन से ज्यादा एक्युरेट आरटीपीसीआर
दिल्ली में बुधवार को 54 हजार से भी ज्यादा टेस्ट हुए. इसमें 7.4 प्रतिशत संक्रमण दर मिली है, लेकिन ये संक्रमण दर आने वाले दिनों बढ़ सकती है, क्योंकि जो आरटीपीसीआर टेस्ट अब तक 3000 के करीब हो रहे थे अब उसमें करीब तीन गुना का इजाफा हो चुका है.
राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के नोडल ऑफिसर डॉ. अजित जैन बताते हैं कि फिलहाल दिल्ली में 14 हजार आरटीपीसीआर टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता है. आरटीपीसीआर टेस्ट रैपिड एंटीजन टेस्ट की तुलना में करीब 15 प्रतिशत तक ज्यादा एक्युरेट है. ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि इसकी वजह से संक्रमण दर में बढ़ोतरी हो जाए.
7 से 8 घंटे में होता है आरटीपीसीआर टेस्ट
डॉ. अजित जैन बताते हैं कि 2 मार्च को जब दिल्ली में कोरोना का दूसरा मरीज आया था, तब दिल्ली में टेस्ट करने की क्षमता बहुत कम थी, क्योंकि तब केवल आरटीपीसीआर टेस्ट ही होता था. उस समय इसके लिए जो मशीन थी उमने एक बार में 96 सैंपल ही लगते थे और एक टेस्ट के पूरा होने में करीब 7 से 8 घंटे का समय लगता था.
अब हर बीतते दिन के साथ ना सिर्फ लैब्स की संख्या बढ़ी बल्कि अब दिल्ली में कुछ संस्थानों के पास ऐसी ऐसी मशीने हैं, जिसमें एक बार में एक हजार सैंपल तक टेस्ट हो सकते हैं. इसलिए ऑन डिमांड टेस्ट के फैसले को डॉक्टर जैन अच्छा फैसला मानते हैं.