नई दिल्ली: एक और जहां तनु के गांव और परिवार में खुशी का माहौल है वहीं तनु इस बात से उदास है कि वो फाइनल राउंड में गोल्ड से पीछे रह गई. उस पल को सोच कर तनु की आंखें भर आती है. क्योंकि उसकी जितनी काबिलियत थी वह गोल्ड लेकर आती, फिर भी सिल्वर मेडल के साथ तनु ने ना सिर्फ अपने परिवार अपने गांव बल्कि देश का नाम रोशन किया है. लेकिन तनु खुश नहीं है क्योंकि तनु ने देश को गोल्ड दिलाने का सपना देखा है. तनु ने अपने आप से यह वादा किया है कि वो और अच्छे तरीके से प्रैक्टिस करेगी और एक दिन ओलंपिक में भारत को गोल्ड दिलाएगी.
मुनिरका गांव की तनु एशियाई जूडो प्रतियोगिता 2021 की रजत पदक विजेता है. तनु ने लेबनान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय जूडो टूर्नामेंट में रजत पदक जीता हैं, लेकिन तनु को इस बात से खुशी नहीं है क्योंकि तनु देश के लिए गोल्ड मेडल लाना चाहती थी.
तस्वीरों में दिख रहा ये जगह मुनिरका गांव का गंगनाथ मंदिर है. इस मंदिर के अंदर बाबा गंगनाथ कुरान जूडो अकादमी चलता है. जिसमें बच्चों को जूडो कराटे के अलावा अन्य स्पोर्ट्स की अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग दी जाती है. इस क्लब का तरफ से ही तनु जूनियर जुड़ो खेल में लेबनान गई थी, जहां तनु ने देश के लिए सिल्वर मेडल जीता.
तनु के साथ-साथ और लड़कियां भी इस टूर्नामेंट में शामिल हुई थी, जिनका मानना है की बाबा गंगनाथ कुरान जुड़ो अकैडमी में उन्हें बहुत अच्छे से प्रैक्टिस कराया जाता है. जिसके चलते वह अंतरराष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में हिस्सा ले पाती है. वहीं तनु के परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी ने आज ना सिर्फ उनका बल्कि देश का भी नाम रौशन किया है और आने वाले दिनों में भी ये जुड़ों में और भी अच्छा करेगी. परिवार के लोगों ने इस पल का मिठाई खिलाकर और ढ़ोल बजाकर नाचते गाते हुए जश्न मनाया.
यह भी पढ़ें- नीरज चोपड़ा, अमिताभ, कोरोना वॉरियर्स सहित और भी बहुत कुछ, देखें कलाकारों की अद्भुत कल्पनाएं
बता दें मुनिरका गांव मे बाबा गंगनाथ कुरान जुड़ो एकेडमी सालों से चल रहा है. यहां केवल जुड़ो हीं नहीं बल्कि और भी खेलों की अंतराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग दी जाती है. गांव के और आसपास के लड़के लड़कियां ट्रेनिंग लेने के लिए यहां आते हैं.
लेबनान में जूनियर जूडो में रजत पदक जीतकर आई तनु को इस बात का अफसोस है कि अपनी छोटी सी गलती के कारण वह फाइनल में स्वर्ण पदक नहीं जीत पाई. जिसके लिए उसके आंखों में बार-बार आंसू आ जा रहे हैं. लेकिन उसने खुद से और अपने परिवार के सदस्यों से वादा किया कि वह कड़ी मेहनत करेगी और अगली बार निश्चित ही स्वर्ण पदक लाएगी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप