नई दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली में कोरोना सम्बन्धी मामलों के नोडल मंत्री बनाए गए हैं. सिसोदिया लगातार अस्पतालों के दौरे कर रहे हैं. मंगलवार को डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए उपमुख्यमंतत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण के केसेज तेजी से बढ़ रहे हैं. 25 हजार का आंकड़ा आगामी दिनों में 28-30 हजार तक जाएगा.
दो हफ्ते में ही बढ़ाए तीन गुना बेड्स'
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार बेड्स उपलब्ध कराने के लिए लगातार तेजी से काम कर रही है. करीब दो हफ्ते में ही तीन गुना से ज्यादा बेड्स बढ़ाए जा चुके हैं. ढाई हजार बेड्स अब भी खाली हैं. युद्ध स्तर पर दिल्ली सरकार ने बेड्स बढ़ाए हैं. हम सभी संसाधन लगाकर काम कर रहे हैं. मनीष सिसोदिया ने इस दौरान दिल्ली सरकार के अस्पतालों में बढ़ाए जा रहे बेड्स की जानकारी दी.
इन अस्पतालों में बढ़ा रहे बेड्स
सिसोदिया ने कहा कि बुराड़ी हॉस्पिटल में 480 बेड्स बढ़ाए जा रहे हैं. यहां अभी 320 बेड्स हैं, जो संख्या अब बढ़कर 800 हो जाएगी. उसी तरह अम्बेडकरनगर हॉस्पिटल के 200 बेड्स को बढ़ाकर 600 कर रहे हैं. दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल के 250 बेड्स को बढ़ाकर 750 कर रहे हैं और आचार्य भिक्षु अस्पताल में 250 बेड्स बढ़ा रहे हैं. यहां बेड्स की संख्या 150 से बढ़कर 400 हो जाएगी.
मेक शिफ्ट हॉस्पिटल्स में कर रहे व्यवस्था
इसी तरह, नरेला के राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में बेड्स की संख्या 200 से बढ़ाकर 400 की जा रही है. मनीष सिसोदिया ने बताया कि लोकनायक अस्पताल के सभी 1500 बेड्स पर अभी मरीज हैं. इसलिए उससे जुड़े मेकशिफ्ट हॉस्पिटल्स में व्यवस्था की जा रही है. एक स्कूल में 125 बेड्स की व्यवस्था हुई है. वहीं कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में 500 बेड्स की व्यवस्था है.
4 घण्टे में भर गए DRDO के 250 बेड्स
मनीष सिसोदिया ने बताया कि केंद्र और डीआरडीओ के सहयोग से बनाए जा रहे सेंटर में कल 4 घण्टे में ही 250 बेड्स भर गए. वहां 250 और बेड्स की व्यवस्था की जा रही है. मनीष सिसोदिया ने कहा कि कुल मिलाकर अगले 4-5 दिन में हम 2700 बेड्स की व्यवस्था कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐप पर बेड्स की जानकारी देखें, पैनिक में न आएं.
सबसे ज्यादा होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे
होम आइसोलेशन को लेकर सिसोदिया ने कहा कि सबसे ज्यादा लोग होम आइसोलेशन में कोरोना से ठीक हो रहे हैं. अगर ज्यादा तकलीफ हो रही है, तभी हॉस्पिटल में जाएं और ऐप देखकर ही जाएं कि कहां बेड्स उपलब्ध हैं. इधर-उधर चक्कर न लगाएं. सीएम ने आदेश दिया है कि अगर किसी अस्पताल ने ऐप पर सही जानकारी नहीं दी है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
जान जोखिम में डालकर काम कर रहे डॉक्टर
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे दो हॉस्पिटल्स के खिलाफ हम कार्रवाई कर चुके हैं. सिसोदिया ने कहा कि हॉस्पिटल्स के दौरे में मरीजों और तीमारदारों ने हमसे शिकायत की कि डॉक्टर मरीज को नहीं देख रहे. लेकिन ऐसा नहीं है. डॉक्टर पीपीई किट में होते हैं और मरीज का हाल जानने जाते हैं, लेकिन पीपीई किट होने के कारण मरीज उन्हें पहचान नहीं पाते. सिसोदिया ने कहा कि डॉक्टर जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं.