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दिल्ली में लेडी रोबर गैंग ने राहगीर को लूटा... दो महिला आरोपी गिरफ्तार

पश्चिमी दिल्ली स्थित द्वारका सेक्टर -23 थाने की पुलिस ने एक लेडी रोबर गैंग (Lady Robber gang) की दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है. उनके पास से राहगीर से लूटी गई सोने की अंगूठी भी बरामद की गई है. ये राहगीरों को लूट कर फरार हो जाती थीं.

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Published : Oct 9, 2022, 5:32 PM IST

दिल्ली में लेडी रोबर गैंग ने राहगीर को लूटा
दिल्ली में लेडी रोबर गैंग ने राहगीर को लूटा

नई दिल्ली : आपको राह चलते अगर कोई महिला रोकती है और आप मदद करने की नीयत से रुकते हैं तो खबरदार हो जाइए. क्योंकि आप लेडी रोबर गैंग के शिकार भी हो सकते हैं. राजधानी दिल्ली में सक्रिय एक ऐसे ही लेडी रोबर गैंग की 2 सदस्यों को द्वारका सेक्टर -23 थाने की पुलिस ने गिरफ्तार (Delhi police arrested) किया है. ये सुनसान रास्तों पर राहगीरों को रोक कर उनको लूट कर फरार हो जाती थीं.

ये भी पढ़ें : - Mobile robbery case:लुटेरी महिला गिरफ्तार, पूछताछ में जुटी सुल्तानपुरी पुलिस


छावला के रेवला खानपुर की रहने वाली हैं दोनों : डीसीपी एम. हर्षवर्धन ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में गिरफ्तार महिलाओं की पहचान प्रवीण और शिल्पा के रूप में हुई है. ये दोनों छावला के रेवला खानपुर की रहने वाली हैं. इनके पास से लूटी गई सोने की अंगूठी बरामद की गई है. डीसीपी ने बताया कि 7 अक्टूबर को द्वारका सेक्टर- 23 थाने की पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़ित शिकायतकर्त्ता ने बताया कि वह अपने घर से गंदा नाला रोड होते हुए गुरुग्राम जा रहा था. इस दौरान जब वो छावला रोड स्थित एमसीडी टोल टैक्स के पास पहुंचा, तभी झाड़ियों से दो महिलाएं निकलीं और उसे रोका. उसके बाद एक महिला ने उसका गला पकड़ लिया और दूसरी महिला ने उसके हाथ से सोने की अंगूठी लूट ली और फिर दोनों महिलाएं मौके से फरार हो गईं.


तस्वीर देखकर पहचान लिया पीड़ित ने : शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. इसके लिए एसीपी मदन लाल मीणा की देखरेख में एसएचओ अनीश शर्मा के नेतृत्व में हेड कॉन्स्टेबल नवीन, ओमबीर सिंह और महिला कॉन्स्टेबल इंदु बाला की टीम का गठन किया गया था. जांच के दौरान, पुलिस टीम ने लूट की वारदात के तरीके को देखते हुए इस तरह के मामले में शामिल रही महिला अपराधियों की तस्वीरे शिकायतकर्ता को दिखाई. शिकायतकर्ता ने आरोपी महिलाओं की पहचान की जिससे उनके रेवला खानपुर के होने का पता चला. उस पर प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस टीम ने रेवला खानपुर इलाके में छापेमारी कर दोनो आरोपी महिलाओं को हिरासत में ले लिया. उनकी पहचान, प्रवीण और शिल्पा के रूप में हुई. उनके पास से लूटी गई अंगूठी भी बरामद की गई, जिसे जब्त कर पुलिस ने दोनो को गिरफ्तार कर लिया है.

पॉक्सो एक्ट का फरार आरोपी गिरफ्तार : द्वारका जिले की पीओ एंड जेल बेल सेल की टीम ने पॉक्सो एक्ट के फरार चल रहे एक भगोड़े को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान जीतेंद्र के रूप में हुई है. ये भगवती गार्डन के विकास विहार इलाके का रहने वाला है. डीसीपी एम हर्षवर्धन के अनुसार, भगोड़ों और फरार चल रहे आरोपियों को पकड़ने के लिए इंस्पेक्टर रघुवीर सिंह के नेतृत्व में एएसआई सुरेंद्र, सत्येंद्र, हेड कांस्टेबल मुकुल और अन्य की टीम का गठन किया गया था. पुलिस सूत्रों को सक्रिय कर ऐसे आरोपियों के बारे में जानकारियों को विकसित करने में लगी हुई थी. इसी क्रम में पुलिस टीम को गुप्त सूत्रों से भगोड़े जितेंद्र के बारे में सूचना मिली थी. सूत्रों ने बताया कि आरोपी अपने परिजनों से मिलने के लिए विकास विहार स्थित अपने स्थाई पते पर आने वाला है. इस पर पुलिस टीम ने विकास विहार इलाके में ट्रैप कर आरोपी को दबोच लिया.


द्वारका कोर्ट ने किया था भगोड़ा घोषित : पूछताछ में उसने बिंदापुर थाने में दर्ज पॉक्सो एक्ट के एक मामले में अपनी संलिप्तता की बात बताई. उसने बताया कि ट्रायल से बचने के लिए वह घर से भाग गया था और लगातार अपनी लोकेशन बदल कर रहा था. जांच में इसके खिलाफ साल 2018 में बिंदापुर थाने में पॉक्सो एक्ट के मामले के दर्ज होने का पता चला. लगातार फरार रहने की वजह से 5 सितंबर को द्वारका कोर्ट ने इसे भगोड़ा भी घोषित किया था. पुलिस इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

ये भी पढ़ें : - मेट्रो में महिला गैंग ऐसे करता है वारदात, DCP से सुनिए कैसे बच सकते हैं आप

नई दिल्ली : आपको राह चलते अगर कोई महिला रोकती है और आप मदद करने की नीयत से रुकते हैं तो खबरदार हो जाइए. क्योंकि आप लेडी रोबर गैंग के शिकार भी हो सकते हैं. राजधानी दिल्ली में सक्रिय एक ऐसे ही लेडी रोबर गैंग की 2 सदस्यों को द्वारका सेक्टर -23 थाने की पुलिस ने गिरफ्तार (Delhi police arrested) किया है. ये सुनसान रास्तों पर राहगीरों को रोक कर उनको लूट कर फरार हो जाती थीं.

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छावला के रेवला खानपुर की रहने वाली हैं दोनों : डीसीपी एम. हर्षवर्धन ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में गिरफ्तार महिलाओं की पहचान प्रवीण और शिल्पा के रूप में हुई है. ये दोनों छावला के रेवला खानपुर की रहने वाली हैं. इनके पास से लूटी गई सोने की अंगूठी बरामद की गई है. डीसीपी ने बताया कि 7 अक्टूबर को द्वारका सेक्टर- 23 थाने की पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़ित शिकायतकर्त्ता ने बताया कि वह अपने घर से गंदा नाला रोड होते हुए गुरुग्राम जा रहा था. इस दौरान जब वो छावला रोड स्थित एमसीडी टोल टैक्स के पास पहुंचा, तभी झाड़ियों से दो महिलाएं निकलीं और उसे रोका. उसके बाद एक महिला ने उसका गला पकड़ लिया और दूसरी महिला ने उसके हाथ से सोने की अंगूठी लूट ली और फिर दोनों महिलाएं मौके से फरार हो गईं.


तस्वीर देखकर पहचान लिया पीड़ित ने : शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. इसके लिए एसीपी मदन लाल मीणा की देखरेख में एसएचओ अनीश शर्मा के नेतृत्व में हेड कॉन्स्टेबल नवीन, ओमबीर सिंह और महिला कॉन्स्टेबल इंदु बाला की टीम का गठन किया गया था. जांच के दौरान, पुलिस टीम ने लूट की वारदात के तरीके को देखते हुए इस तरह के मामले में शामिल रही महिला अपराधियों की तस्वीरे शिकायतकर्ता को दिखाई. शिकायतकर्ता ने आरोपी महिलाओं की पहचान की जिससे उनके रेवला खानपुर के होने का पता चला. उस पर प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस टीम ने रेवला खानपुर इलाके में छापेमारी कर दोनो आरोपी महिलाओं को हिरासत में ले लिया. उनकी पहचान, प्रवीण और शिल्पा के रूप में हुई. उनके पास से लूटी गई अंगूठी भी बरामद की गई, जिसे जब्त कर पुलिस ने दोनो को गिरफ्तार कर लिया है.

पॉक्सो एक्ट का फरार आरोपी गिरफ्तार : द्वारका जिले की पीओ एंड जेल बेल सेल की टीम ने पॉक्सो एक्ट के फरार चल रहे एक भगोड़े को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान जीतेंद्र के रूप में हुई है. ये भगवती गार्डन के विकास विहार इलाके का रहने वाला है. डीसीपी एम हर्षवर्धन के अनुसार, भगोड़ों और फरार चल रहे आरोपियों को पकड़ने के लिए इंस्पेक्टर रघुवीर सिंह के नेतृत्व में एएसआई सुरेंद्र, सत्येंद्र, हेड कांस्टेबल मुकुल और अन्य की टीम का गठन किया गया था. पुलिस सूत्रों को सक्रिय कर ऐसे आरोपियों के बारे में जानकारियों को विकसित करने में लगी हुई थी. इसी क्रम में पुलिस टीम को गुप्त सूत्रों से भगोड़े जितेंद्र के बारे में सूचना मिली थी. सूत्रों ने बताया कि आरोपी अपने परिजनों से मिलने के लिए विकास विहार स्थित अपने स्थाई पते पर आने वाला है. इस पर पुलिस टीम ने विकास विहार इलाके में ट्रैप कर आरोपी को दबोच लिया.


द्वारका कोर्ट ने किया था भगोड़ा घोषित : पूछताछ में उसने बिंदापुर थाने में दर्ज पॉक्सो एक्ट के एक मामले में अपनी संलिप्तता की बात बताई. उसने बताया कि ट्रायल से बचने के लिए वह घर से भाग गया था और लगातार अपनी लोकेशन बदल कर रहा था. जांच में इसके खिलाफ साल 2018 में बिंदापुर थाने में पॉक्सो एक्ट के मामले के दर्ज होने का पता चला. लगातार फरार रहने की वजह से 5 सितंबर को द्वारका कोर्ट ने इसे भगोड़ा भी घोषित किया था. पुलिस इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

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