नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया में सीएए और एनआरसी को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन का समर्थन करने गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को रंगा बिल्ला की जोड़ी बताया. उन्होंने मोदी सरकार पर हिंदुत्व राष्ट्र स्थापित करने और देश का विभाजन करने का आरोप लगाया. साथ ही कहा कि इस आंदोलन से एक इंच भी तब तक पीछे नहीं हटेंगे, जब तक सीएए और एनआरसी का कानून वापस नहीं लिया जाता.
CAA: जामिया पहुंचे जिग्नेश मेवाणी, कहा- गुजरात मॉडल हुआ विफल
जामिया में सीएए और एनआरसी को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. जिसका समर्थन करने गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी पहुंचे. उन्होंने कहा कि कहा कि इस आंदोलन से एक इंच भी तब तक पीछे नहीं हटेंगे, जब तक सीएए और एनआरसी का कानून वापस नहीं लिया जाता.
नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया में सीएए और एनआरसी को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन का समर्थन करने गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को रंगा बिल्ला की जोड़ी बताया. उन्होंने मोदी सरकार पर हिंदुत्व राष्ट्र स्थापित करने और देश का विभाजन करने का आरोप लगाया. साथ ही कहा कि इस आंदोलन से एक इंच भी तब तक पीछे नहीं हटेंगे, जब तक सीएए और एनआरसी का कानून वापस नहीं लिया जाता.
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में सीएए और एनआरसी को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन का समर्थन करने पहुंचे गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को रंगा बिल्ला की जोड़ी बताया. उन्होंने मोदी सरकार पर हिंदुत्व राष्ट्र स्थापित करने और देश का विभाजन करने का आरोप लगाया. साथ ही कहा कि इस आंदोलन से एक इंच भी तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक सीएए और एनआरसी का कानून वापस नहीं लिया जाता.
Body:देश में पूरी तरह से विफल रहा मोदी सरकार का गुजरात मॉडल
बता दें कि जामिया के छात्रों के प्रदर्शन का समर्थन करने पहुंचे गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी ने जमकर मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिस गुजरात मॉडल का हवाला देकर वह केंद्र की सत्ता में पहुंचे हैं वह पूरी तरह से फेल है. साथ ही उन पर आरोप लगाया कि गुजरात की जनता को बेवकूफ बनाकर वहां की कई एकड़ जमीन वह व्यापारियों को बेच चुके हैं और स्वर्णिम गुजरात का खोखला नारा देते रहे हैं. उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि जिस गुजरात को वह नंबर वन होने का खिताब देते हैं वहां पर करीब 70 लाख युवा बेरोजगार घूम रहे हैं. गरीबी का आलम यह है कि कई मांए अपने बच्चों को दो वक्त की रोटी नहीं दे पाती हैं. साथ ही 2002 में गुजरात में हुई हिंसा के लिए भी उन्होंने इसी सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की नीति से काम कर रही है सरकार
वहीं उन्होंने भाजपा सरकार की नीति को देश के बंटवारे की नीति कहा. क्रोनोलॉजी गिनाते हुए उन्होंने कहा कि आरएसएस के गठन से लेकर 2002 में गुजरात में हुई हिंसा मोदी सरकार की इसी नीति और मानसिकता का परिणाम है. साथ ही कहा कि यह सरकार हिंदुत्व राष्ट्र स्थापित करने के लिए मुस्लिम समुदाय के साथ अन्याय कर रही है और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के लिखे संविधान को नकार कर मनुस्मृति के अनुसार देश को बनाना चाहती है जो कि आज की युवा पीढ़ी को स्वीकार नहीं है.
अहमदाबाद भी बना है शाहीन बाग
वहीं उन्होंने कहा कि शाहीन बाग में जिस तरह महिलाएं निडर होकर इस कानून के विरोध में प्रदर्शन करें हैं उससे प्रभावित होकर अहमदाबाद में भी शाहीन बाग जैसा ही माहौल बन गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि 30 जनवरी को जब शाहीन बाग से तिरंगा लेकर राजघाट तक मार्च किया जाएगा तो उसका समर्थन करने के लिए अहमदाबाद का शाहीन बाग भी खड़ा रहेगा.
Conclusion:वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को रंगा बिल्ला की जोड़ी बताया और कहा कि आज देश में इस रंगा बिल्ला जोड़ी की जगह जामिया, जेएनयू, एएमयू और शाहीन बाग ज्यादा चर्चित हैं.