नई दिल्ली: केन्या से दिल्ली इलाज के लिए आये एक विदेशी नागरिक की तीन लोगों ने किराये को लेकर हुए विवाद में महिपालपुर रेड लाइट के पास पीट-पीट कर हत्या कर दी. हत्या के बाद उसके शव को एयरपोर्ट के एक होटल के पास सड़क किनारे फेंककर, विदेशी का सामान, कागजात और नकदी वाला बैग लूटकर फरार हो गए, लेकिन मोबाइल छोड़ दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसी मोबाइल की सहायता से न सिर्फ विदेशी की पहचान कर ली, बल्कि हत्या को अंजाम देने वाले एक टैक्सी के मालिक और उसके साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान टैक्सी मालिक विरेंद्र सिंह उर्फ मोनू, गोपाल और दिलबाग उर्फ बिल्लू के रूप में की गई है. सभी आरोपी रंगपुरी के रहने वाले हैं. आईजीआई डीसीपी राजीव रंजन के अनुसार, यह वारदात सोमवार दोपहर की है. पुलिस को सूचना मिली थी की सेंच्युर होटल के पास सड़क किनारे एक विदेशी बेसुध पड़ा हुआ है. सूचना पर पहुंची पुलिस की टीम ने पाया कि बेसुध विदेशी के शरीर पर चोट के निशान हैं. पुलिस टीम उसे तुरंत पास के अस्पताल में लेकर पहुंची, जहां डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
मृतक की पहचान केन्या के नागरिक रूप में हुई
जांच में उसके पास से सिर्फ एक मोबाइल फोन मिला, जिसके फर्स्ट डायल पर एक ट्रेवल एजेंट मनोह साहू का फोन नंबर मिला. फोन करने पर एजेंट ने उस शख्स के पासपोर्ट की कॉपी भेजी. उसके आधार पर उसकी पहचान केन्या के नागरिक जमा सैयद फराह के रूप में हुई है. उसके बाद उनकी बेटी से संपर्क साधा गया. उनकी बेटी जेना ने बताया कि उसके पिता इलाज करवाने के लिए दो सप्ताह पहले सोमालिया होते हुए भारत गए थे. सोमवार को उन्हें भारत से सोमालिया होते वापस अपने देश लौटना था पर उनके पास सोमालिया का वीजा नहीं होने के कारण, उन्हें एयरपोर्ट से वापस लौटा दिया गया.
किराये को लेकर हुआ था विवाद
वहां से उन्होंने होटल जाने के लिए टैक्सी ली थी, जिसका नंबर मृतक की बेटी ने पुलिस को उपलब्ध कराया. इस पर कार्रवाई करते हुए कई अलग-अलग टीम ने जांच शुरू की. सबसे पहले एक टीम ने टैक्सी नंबर के आधार पर आरोपियों के बारे में जानकारी जुटा ली. छानबीन में पता चला कि टैक्सी रंगपुरी में रहने वाले विरेंद्र के नाम पर पंजीकृत है. उसके बाद पुलिस ने विरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया.
टैक्सी चालक की निशानदेही पर हुई दो अन्य की गिरफ्तारी
पूछताछ में विरेंद्र ने बताया कि मृतक ने एयरपोर्ट से महिपालपुर स्थित होटल जाने के लिए टैक्सी बुक की थी, लेकिन किराए को लेकर महिपालपुर रेड लाइट पर विवाद हो गया था. उसने गोपाल और बिल्लू के साथ मिलकर उसकी जमकर पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गयी. इनके बाद तीनों उसके शव को एयरपोर्ट के रास्ते मे सेंच्योर होटल के पास फेंक कर फरार हो गए. साथ में उसका सामान और रुपयों वाला बैग भी ले गए. वीरेंद्र की निशानदेही पर पुलिस ने अन्य दो आरोपियों को भी रंगपुरी से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया जमा के शव को पोस्टमार्टम करवाने के लिए अस्पताल में रखवा दिया है. परिजनों के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.