ETV Bharat / city

द्वारका जिले में जोर-शोर से चलाई जा रही है 'EYE AND EAR' स्कीम - eye and ear

द्वारका जिला के अलग-अलग इलाकों में पुलिस 'आई एंड इयर' स्कीम के तहत संदिग्ध गतिविधियों और व्यक्तियों पर नजर रखने के लिए इंफॉर्मेशन निकाल रही है. इसी क्रम में छावला पुलिस ने रेहड़ी पटरी वालों से रात के समय मुलाकात की.

eye and ear campaign running in dwarka district by delhi police
द्वारका पुलिस
author img

By

Published : Jul 22, 2020, 5:12 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी के द्वारका जिले के अलग-अलग इलाकों में पुलिस 'आई एंड इयर' स्कीम के तहत संदिग्ध गतिविधियों और व्यक्तियों पर नजर रखने के लिए इंफॉर्मेशन निकाल रही है. इसी क्रम में छावला पुलिस ने रेहड़ी पटरी वालों से रात के समय मुलाकात की.

जोर-शोर से चलाई जा रही है 'EYE AND EAR' स्कीम
वहीं एसएचओ ज्ञानेंद्र राणा की टीम द्वारा इन सभी रेहड़ी-पटरी वालों से बातचीत करते हुए यह निर्देश दिए जा रहे हैं कि वह यहां काम करते वक्त ऐसे व्यक्तियों के बारे में पुलिस को तुरंत सूचित करें, जो किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि करते हुए पाए जाते हैं.


सूचना जल्द से जल्द पुलिस तक पहुंचाएं

बता दें कि जब भी किसी तरह की वारदात को अंजाम दिया जाता है तो, यही लोग पुलिस की आंख और कान बनते हैं. जो बदमाशों के बारे में पुलिस को जानकारी देते हैं और पुलिस इनसे मिली इंफॉर्मेशन की मदद से ही बदमाशों को धर दबोचने में कामयाब होती है.

इस तरह पुलिस थाने में मीटिंग करने के साथ-साथ अलग-अलग इलाकों में भी जाकर सीधे तौर पर रेहड़ी पटरी वालों से बातचीत करती है. जिससे वह गंभीरता से पुलिस की मदद कर सके और 15 अगस्त के मौके पर होने वाली किसी भी वारदात को रोकने में सहायक साबित हो.

नई दिल्ली: राजधानी के द्वारका जिले के अलग-अलग इलाकों में पुलिस 'आई एंड इयर' स्कीम के तहत संदिग्ध गतिविधियों और व्यक्तियों पर नजर रखने के लिए इंफॉर्मेशन निकाल रही है. इसी क्रम में छावला पुलिस ने रेहड़ी पटरी वालों से रात के समय मुलाकात की.

जोर-शोर से चलाई जा रही है 'EYE AND EAR' स्कीम
वहीं एसएचओ ज्ञानेंद्र राणा की टीम द्वारा इन सभी रेहड़ी-पटरी वालों से बातचीत करते हुए यह निर्देश दिए जा रहे हैं कि वह यहां काम करते वक्त ऐसे व्यक्तियों के बारे में पुलिस को तुरंत सूचित करें, जो किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि करते हुए पाए जाते हैं.


सूचना जल्द से जल्द पुलिस तक पहुंचाएं

बता दें कि जब भी किसी तरह की वारदात को अंजाम दिया जाता है तो, यही लोग पुलिस की आंख और कान बनते हैं. जो बदमाशों के बारे में पुलिस को जानकारी देते हैं और पुलिस इनसे मिली इंफॉर्मेशन की मदद से ही बदमाशों को धर दबोचने में कामयाब होती है.

इस तरह पुलिस थाने में मीटिंग करने के साथ-साथ अलग-अलग इलाकों में भी जाकर सीधे तौर पर रेहड़ी पटरी वालों से बातचीत करती है. जिससे वह गंभीरता से पुलिस की मदद कर सके और 15 अगस्त के मौके पर होने वाली किसी भी वारदात को रोकने में सहायक साबित हो.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.