नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनावों के लिए बिगुल बज चुका है. डूसू चुनाव आयोग इस बार एहतियात बरतते हुए सभी उम्मीदवारों के दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराएगा.
बता दें कि पिछले साल हुए डूसू चुनाव में एबीवीपी नेता अंकित बैसोया अध्यक्ष पद पर चुनाव जीते थें, लेकिन फर्जी डिग्री पाये जाने के कारण उन्हें पद से हटा दिया गया था.
दस्तावेजों की होगी फॉरेंसिक जांच
मुख्य चुनाव अधिकारी अशोक प्रसाद ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि पिछले साल हुई कागजातों में गड़बड़ी से सबक लेते हुए, डूसू चुनाव आयोग इस बार सभी उम्मीदवारों के दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराएगा. उन्होंने ये भी कहा कि हमने सभी कॉलेजों को यह निर्देश दिया है कि यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर जाकर सभी छात्रों के दस्तावेजों की ठीक तरह से जांच की जाए
चुनाव अधिकारी ने ये बताया कि शांतिपूर्ण तरीके से डूसू चुनाव संपन्न कराने के लिए भी सभी कॉलेजों को निर्देश दिए गए हैं कि हर एक कॉलेज में डूसू इलेक्शन और कॉलेज का एक ही बूथ बनाया जाए. जिससे छात्र-छात्राएं आराम से जाकर अपना मतदान कर उस कमरे से बाहर आए.
बढ़ाने के लिए भी उठाए गए कदम
मुख्य चुनाव अधिकारी का कहना था कि हमने सभी कॉलेजों को निर्देश दिया है कि जब जिस भी कॉलेज के प्रत्याशी के नाम फाइनल हो जाए, उन प्रत्याशियों के नाम और बैलेट नंबर कॉलेज के बाहर बोर्ड पर लगा दिया जाए. जिससे कि हर एक छात्र को उनके बारे में जानकारी हो सके और छात्र बढ़ चढ़कर चुनाव में हिस्सा ले सकें.
फिलहाल दिल्ली विश्वविद्यालय में चुनाव की तारीख का ऐलान हो चुका है. इसबार सभी कॉलेजों में स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन 12 सितंबर को होंगे.