नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग ने एक 21 साल की लड़की को रेस्क्यू कराया है. जिसके पिता ने उसको जबरदस्ती 7 जून से घर में कैद करके रखा हुआ था. लड़की के पिता उसकी अंतरजातीय शादी के खिलाफ थे.
लड़की का पति कुछ समय पहले अचानक एक पीड़िता से मिला था. जिसे दिल्ली महिला आयोग ने 2017 में कुतुब विहार से रेस्क्यू कराया था, इसलिए उसने भी अपनी पत्नी को छुड़वाने के लिए दिल्ली महिला आयोग की मदद लेने का फैसला किया.
महिला आयोग ने लड़की को छुड़ाया
पति की शिकायत मिलने पर दिल्ली महिला आयोग की टीम स्थानीय पुलिस के साथ लड़की के घर पहुंची. टीम के घर पहुंचने पर लड़की के पिता ने मना किया कि लड़की घर पर नहीं है. पिता के विरोध के बावजूद टीम अंदर घर में घुस गई और लड़की को रेस्क्यू कराया. लड़की ने बताया कि उसे पीटा जाता था और कमरे में अकेले बंद करके रखा हुआ था.
दिल्ली महिला आयोग की टीम और पुलिस ने लड़की के पिता को समझाया कि लड़की शादीशुदा है आप जबरदस्ती इसे नहीं रख सकते. लड़की ने दिल्ली महिला आयोग से अनुरोध किया है कि आयोग उसकी मां की खैर खबर रखें क्योंकि उसे डर है कि कहीं उसके पिता उसकी मां को प्रताड़ित ना करें.
स्वाति मालीवाल ने जताया दुख
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बयान जारी कर कहा है कि ये बहुत दुख की बात है कि आज के जमाने में भी युवा जोड़ों को अपनी जिंदगी के फैसले करने पर इस तरह के खतरों का सामना करना पड़ता है. वो भी उनके अपने माता पिता की तरफ से. कब तक माता-पिता झूठे सम्मान के नाम पर इस तरह का व्यवहार करेंगे? ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. पुलिस ने दिल्ली के सागरपुर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और लड़की को उसके पति के साथ भेज दिया है.