नई दिल्ली: दक्षिणी-पूर्वी जिले की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने दिल्ली के संगम विहार से लापता एक बच्चे को ढूंढ कर संबंधित जांच अधिकारी को सौंपा है. जिसके बाद बच्चे को उसके परिवार से मिलवा दिया गया है. दरअसल दक्षिणी पूर्वी दिल्ली के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम ने एक 11 साल के नाबालिग बच्चे को उसके परिजनों से मिलाने में सफलता हासिल की है.
एडनिशल डीसीपी साउथ ईस्ट आरपी मीणा ने बताया कि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने पाया कि 7 अगस्त 2020 को राजवीर नाम के एक शख्स ने संगम विहार थाने में मामला दर्ज कराया है कि उनका नाबालिक बेटा लापता हो गया है और उसको अभी ढूंढा नहीं जा सका है. जिसके बाद जिले के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम, जिसमें एसआई जनक सिंह और एएसआई हरकिशन शामिल थे. टीम ने बच्चे को दिल्ली के अलकनंदा इलाके से ढूंढ निकाला.
बच्चे को पुलिस ने टीम ने सकुशल बरामद किया
जिसके बाद बच्चे से मिली जानकारी में पता चला कि नाबालिक बच्चा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन गया और वहां से ट्रेन में सवार होकर वह इटावा पहुंच गया. जहां पर वहां आजीविका चलाने के लिए भीख मांगने लगा और वह फिर दिल्ली वापस आ गया और जिसके बाद उसे बस स्टैंड तारा अपार्टमेंट, अलकनंदा दिल्ली से आखिरकार एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम ने सकुशल बरामद कर लिया.
पुलिस टीम ने बच्चे को मास्क, हैंड सैनिटाइजर, बिस्कुट और अन्य सामान देकर संगम विहार थाने के संबंधित जांच अधिकारी को सौंप दिया. साथ ही नाबालिग बच्चे को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट टीम ने संगम विहार थाने की मदद से उसके परिवार को सौंप दिया है.